लेखक की कलम से

मेरी बेटी …

आज बेटी दिवस पर विशेष

 

बेटी हमारी सबसे न्यारी ,,,

बेटी हमारी सबसे प्यारी ,,,

पापा की लाड़ली ,,,

मां की दुलारी ,,,

बेटी हमारी सबसे न्यारी ,,,

बेटी हमारी सबसे प्यारी ,,,

दादी की कहानियों में खो जाती ,,,

दादा की लाठी लेके भाग जाती

बेटी हमारी सबसे न्यारी ,,,

बेटी हमारी सबसे प्यारी ,,,

सबसे बड़ी शैतान ,,,

भाई के साथ बनाती घर को मैदान ,,,

मां को गर्व करवाती ,,,

पापा का सपना सजाती ,,,

बात बात पर इठलाती ,,,

बेटी हमारी सबसे न्यारी ,,,

बेटी हमारी सबसे प्यारी ,,,

 

 

©प्रज्ञा शिवहरे, शिवपुरी, मध्यप्रदेश

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