लेखक की कलम से

नूतन वर्ष का अभिनंदन ….

 

चांदनी मुस्कराई तुम्हारे लिए,

बांसुरी गुन गुनाई तुम्हारे लिए,

इस नये वर्ष के आगमन पर सखें,

मेरे मन की बधाई तुम्हारे लिए।

 

चांद बन तुम जियो,

तुम किरण बन जियो,

नेह की इक नूतन छुवन बन जियो,

भावना से भरे इस नये बर्ष पर,

तुम हमारे नयन में सुमन बन जियो।

 

परिचय बन तुम जियो,

तुम मुकाम बन जियो,

जिंदगी अपनी पूरी सफल बन जियो,

नूतन वर्ष का अभिनंदन करके,

अपने कर्मों से अभिमान बन जियो।

 

गीत बन तुम जियो,

तुम गजल बन जियो,

अनुपम सृजन का भाव बन जियो,

प्यार की राशि मन में समेटे हुए,

तुम हमारे लिए राशिफल बन जियो।

 

©अंशिता दुबे, लंदन

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