मध्य प्रदेश

पीएफआई के इशारे पर इंदौर में कोर्ट की सुनवाई रिकार्ड कर रही नकली वकील गिरफ्तार

तलाशी में फर्जी आइडी कार्ड और तीन लाख रुपये नकद मिले, पुलिस ने दर्ज किया केस, कर रही पूछताछ

इंदौर। पुलिस ने इंदौर जिला कोर्ट में वर्ग विशेष के विरुद्ध आपत्तिजनक नारे लगाने के मामले में हिंदू संगठन से जुड़े  लोगों की जमानत की सुनवाई को रिकार्ड कर रही रही थी। वकील के वेश में आई इस युवती का नाम सोनू मंसूरी बताया गया है। कोर्ट में उस वक्त हिंदू संगठन से जुड़े तन्नू शर्मा और उसके साथियों की जमानत पर बहस चल रही थी। वकीलों का दावा है कि युवती प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के इशारे पर कोर्ट प्रोसेडिंग रिकार्ड करने आई थी। उसने नूरजहां नामक वकील का नाम बताया है।

इंदौर अभिभाषक संघ अध्यक्ष गोपाल कचोलिया द्वारा एमजी रोड पुलिस को लिखित शिकायत दर्ज करवाई गई है। पुलिस के मुताबिक संघ द्वारा बताया गया है कि वकील सुनील विश्वकर्मा, अमित पांडे, गोविंद सिंह राजपूत जिला कोर्ट में मौजूद थे। उसी वक्त हिंदू संगठन से जुड़े तन्नू उर्फ लक्ष्मीनारायण शर्मा की जमानत पर सुनवाई चल रही थी। तन्नू वर्ग विशेष के विरुद्ध आपत्तिजनक नारे लगाने के आरोप में जेल में बंद है। इसी दौरान सोनू मंसूरी न्यायालीन कार्रवाई का वीडियो बनाते देखी गई। वह वकील के वेश में कोर्ट में मौजूद थी। शक गहराने पर उसका फोन जांचा तो उसमें कोर्ट के ऐसे वीडियो मिले, जो अवैध तरीके से रिकार्ड किए गए थे।

पीएफआई को भेजे जाने थे वीडियो

जैसे ही यह मामला उजागर हुआ कोर्ट में अफरा-तफरी मच गई। वकीलों और पक्षकारों की भारी भीड़ लग गई। महिला वकीलों द्वारा पूछताछ करने पर सोनू ने बताया कि वह नूरजहां खान वकील के अधीन कार्य करती है और उसने ही वीडियो बनाने को कहा था। उसने बताया कि वीडियो पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को भेजा जाना था। इसके बाद युवती को एमजी रोड पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने उसके विरुद्ध विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, सोनू के पास देवास के लॉ कॉलेज का आइडी कार्ड मिला है। पुलिस कार्ड की जांच कर रही है। वकीलों के अनुसार सोनू के पास से तीन लाख रुपये नकद भी मिले हैं। वहीं, पुलिस यह रकम एक लाख 26 हजार ही बता रही है। रुपयों के बारे में युवती का कहना है कि वे वरिष्ठ वकील के एक ग्राहक के हैं। सोनू पिता सुपड़ू फिलहाल खजराना क्षेत्र में रहती है। वह मूलत: खरगोन जिले के बुरावा की रहने वाली है और देवास में एलएलबी फाइनल वर्ष की छात्रा है, लेकिन उसे सनद नहीं मिली है।

सुनवाई का इंटरनेट मीडिया पर लाइव प्रसारण कर रही थी युवती

जिस वक्त हिंदू संगठन के पदाधिकारियों की जमानत पर बहस चल रही थी, तब सुप्रीम कोर्ट के वकील हाशमी जमानत पर आपत्ति ले रहे थे। युवती उसी दौरान वीडियो बना रही थी। पुलिस को शक है कि युवती वकीलों की आड़ में वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर लाइव प्रसारण कर रही थी। पुलिस मोबाइल जब्त कर डाटा रिकवर करवा रही है।

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