मध्य प्रदेश

भोपाल में शिक्षकों का प्रभावी प्रदर्शन… सीएम हाउस का घेराव करने जा रहे शिक्षकों को पुलिस ने रोका …

भोपाल। पुरानी पेंशन बहाली, अनुकंपा नियुक्ति, क्रमोन्नति और समयमान वेतनमान सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदेश के शिक्षकों ने मंगलवार को भोपाल में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। राजधानी भोपाल में करीब 7 साल बाद शिक्षकों का एक बड़ा आंदोलन होने जा रहा है। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के बैनर तले प्रदेशभर के शिक्षक मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने आगे बढ़े, लेकिन उन्हें सूखी सेवनिया में रोक दिया गया। शासन ने संगठन को भोपाल में किसी भी तरह के प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी है।

प्रदर्शन के लिए भोपाल के अलावा महाकौशल, बुंदेलखंड, मालवा, निमाड़, ग्वालियर और बघेलखंड से शिक्षकों के भोपाल पहुंचने की संभावना है। प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस के साथ ही स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भोपाल की सीमा पर तैनात किया गया है, ताकि कोई भी शिक्षक किसी तरह से शहर के अंदर न सके। सूत्रों की माने तो इस प्रदर्शन में भोपाल से कोई भी शिक्षक शामिल नहीं हैं।

तिरंगा यात्रा रैली निकालने का प्लान

संघ के प्रदेश अध्यक्ष भरत पटेल ने बताया कि संगठन ने भोपाल के यादगारे शाहजहानी पार्क, भेल दशहरा मैदान और जंबूरी मैदान में धरने की अनुमति मांगी है, लेकिन शासन ने अब तक अनुमति नहीं दी है। मंगलवार सुबह तक भी अनुमति नहीं मिली, सूखी सेवनिया के पास चौपड़ाकलां स्थित श्रीराम जानकी मंदिर से तिरंगा यात्रा रैली निकालकर सीएम हाउस के लिए कूच कर रहे थे।

संगठन का दावा है कि प्रदेश भर के 60 हजार से ज्यादा शिक्षक भोपाल आ रहे हैं। स्कूलों में जल्द ही तिमाही परीक्षा होने वाली है, ऐसे में सवाल उठता है कि संगठन ने विरोध प्रदर्शन के लिए यह समय क्यों चुना। सीएम के कार्यक्रम में नवनियुक्त शिक्षकों ने पूरा वेतन समेत अन्य मांग पूरी नहीं होने पर कार्यक्रम के बीच में विरोध जताया था। सीएम के जाते ही शिक्षक कार्यक्रम स्थल से पूरा प्रशिक्षण किए ही चले गए थे।

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