मध्य प्रदेश

कांग्रेस ने शुरु की मंत्री भूपेन्द्र सिंह की घेराबंदी: कल वकीलों के साथ खुरई जाएंगे दिग्गी, उत्पीड़न के शिकार कांग्रेसियों से मिलेंगे

कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए मुकदमों को लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगे

भोपाल। बुन्देलखंड क्षेत्र में कांग्रेस के कद्दावर नेता अरुणोदय चौबे के कांग्रेस छोड़ने के बाद अब कांग्रेस खुरई विधानसभा क्षेत्र में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह की घेराबंदी में जुट गई है। पीसीसी चीफ कमलनाथ के निर्देश पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह शनिवार 17 दिसंबर को सागर जिले के खुरई जाएंगे और खुरई क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए मुकदमों को लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगे।

दिग्विजय सिंह के साथ अधिवक्ता शशांक शेखर के नेतृत्व में वकीलों का एक दल भी जाएगा। दिग्विजय सिंह बुन्देलखंड क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हुए अत्याचार, उनके खिलाफ दर्ज किए गए झूठे मुकदमे और अन्य अत्याचार का जमीनी मुआयना करेंगे। वे उत्पीड़न के शिकार पीड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं के परिवारों से मुलाकात करेंगे और उन्हें हर संभव मदद देने के लिए कार्यवाही शुरू करेंगे। पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में अत्याचार प्रतिरोध समिति का गठन किया था। समिति के पास पूरे प्रदेश में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं पर भाजपा शासन के इशारे पर किए जा रहे अत्याचारों की बहुत सारी शिकायतें आई थी। समिति के मुताबिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की सर्वाधिक शिकायतें सागर जिले से आई हैं। समिति का आरोप है कि प्रदेश के दतिया और सागर क्षेत्र में शिवराज सरकार के एक मंत्री विशेष रूप से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न में लगे हुए हैं।

दतिया और सागर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के सबसे ज्यादा केस

कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अत्याचार में सागर और दतिया जिले सबसे आगे हैं। दिग्विजय सिंह पीड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर जाएंगे उनके परिवारों से मिलेंगे। शशांक शेखर के नेतृत्व में जा रही अधिवक्ताओं की टीम कांग्रेस के पीड़ित कार्यकर्ताओं को हरसंभव कानूनी मदद उपलब्ध कराने के लिए प्रक्रिया शुरू करेगी। गौरतलब है कि सागर जिले के विभिन्न स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज करके उन्हें जेल भेज देना, उनके मकानों पर बुलडोजर चला देना, कांग्रेस समर्थक व्यक्तियों पर पुलिस और प्रशासन के अत्याचार करना आम बात हो गई है।

बीजेपी के इशारे पर काम करने वाले कर्मचारियों की लिस्ट की जा रही तैयार

कमलनाथ ने टीम को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जो पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भारतीय जनता पार्टी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर अत्याचार कर रहे हैं, उनकी सूची भी तैयार की जाए, ताकि जनता यह जान सके कि कौन से अधिकारी संविधान और कानून के मुताबिक काम कर रहे हैं और कौन से अधिकारी जेब में भाजपा के इशारे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का काम कर रहे हैं। यह टीम दौरा करने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हुए अत्याचार की विस्तृत रिपोर्ट पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपेगी।

नगरीय प्रशासन मंत्री बोले- दिग्विजय जहां भी जाते हैं षड्यंत्र करते हैं

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 17 दिसंबर को सागर आ रहे हैं। वे सागर में खुरई, सुरखी, रहली समेत अन्य विधानसभाओं में भाजपा की सरकार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर प्रकरण दर्ज कर प्रातड़ित किए गए कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। दिग्विजय सिंह के दौरे से पहले भाजपा सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने निशाना साधा है। उन्होंने प्रेसवार्ता में कहा कि दिग्विजय सिंह जहां भी जाते हैं वहां षड्यंत्र करते हैं और लोगों को भ्रमित करते हैं। जनता का उन पर से विश्वास उठ गया है। खुरई में विकास के कारण कांग्रेस जनाधार खो चुकी है। बंटाधार जी को विकास देखना है तो वे खुरई आकर देंखे। दिग्विजय सिंह के दौरे के चलते कांग्रेस बाहर के कार्यकर्ताओं की भीड़ खुरई ले जाने की तैयारी कर रही है। क्योंकि खुरई में कांग्रेस का जनाधार खत्म हो चुका है।

भूपेंद्र सिंह बोले- मुझे और मेरे परिवार को भी प्रताड़ित किया गया

मंत्री सिंह ने आगे कहा कि कांग्रेस की सवा साल की सरकार में सिर्फ खुरई विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं पर 70 से अधिक झूठे प्रकरण दर्ज कर प्रताड़ित किया गया। सागर दौरे के दौरान दिग्विजय सिंह उनके घर भी जाकर माफी मांगें। कांग्रेस ने सवा साल की सरकार के दौरान मुझे और मेरे परिवार को भी प्रताड़ित किया। मेरी पैतृक जमीन का कई बार सीमांकन कराया। गांव की पैतृक जमीन पर अतिक्रमण का नोटिस दिया गया था। मेरे भतीजे के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराए गए। मेरे स्वयं के खिलाफ बरोदिया पुलिस चौकी में शिकायत कराई। लेकिन जांच में शिकायत झूठी पाई गई थी। इस प्रकार कांग्रेस सरकार में भाजपा कार्यकर्ताओं पर 70 से अधिक झूठे प्रकरण दर्ज कराए गए। जबकि भाजपा सरकार ने कभी भी किसी पर गलत कार्रवाई नहीं कराई है। जिनके आपराधिक रिकॉर्ड होंगे उन पर कार्रवाई हुई होगी। राजनीतिक आधार पर किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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