मध्य प्रदेश

कलेक्टर-कमिश्रनर कांफ्रेंस: सीएम शिवराज सिंह ने बढ़ाया अधिकारियों का जोश

अफसरों से सीएम बोले- आपके कामों को देखकर बनती है सरकार की इमेज

भोपाल। मंगलवार को मंत्रालय में हुई कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि हम वो लोग हैं, जिन्हें जनता की जिंदगी बदलने का सौभाग्य मिला है। आप शासन के प्रतिनिधि हैं, आप साधारण नहीं, मध्यप्रदेश के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। आप प्रदेश के 8.50 करोड़ नागरिकों में से चुनिंदा लोग हैं। 52 कलेक्टर, 10 कमिश्नर, वल्लभ भवन के सीनियर अफसर हैं। ये टीम मध्यप्रदेश है, जो प्रदेश की उन्नति के लिए हर क्षण संकल्पित है। ईमानदारी से काम करोगे तो लोग कहेंगे सरकार अच्छी है, आपकी जैसी इमेज होगी, वैसी सरकार की इमेज बनेगी।

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वंदे मातरम के साथ कांफ्रेंस की शुरुआत हुई। चौहान ने कलेक्टर्स और कमिश्नरों की तारीफ की, उत्साह बढ़ाया, साथ ही कड़े निर्देश और नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि हमें और अधिक जी-जान व साहस के साथ लोगों की सेवा में जुटना है। हमारी अनेकों उपलब्धियां हैं। हमारी ग्रोथ रेट 19.76% है। प्रदेश में सड़क और सिंचाई के हजारों करोड़ रुपए के काम चल रहे हैं। सुशासन का यही मतलब है कि बिना किसी परेशानी के समय पर सुविधाओं का लाभ मिल जाए।

सीएम ने इन जिलों के कलेक्टर की तारीफ की

सीएम ने सीहोर, इंदौर, डिंडौरी, सिंगरौली और बड़वानी कलेक्टर सहित अन्य जिलों की तारीफ करते हुए कहा कि काम में यही तड़प चाहिए। बड़वानी में कुष्ठ रोगियों के लिए बड़वानी कलेक्टर की पहल सराहनीय है। हमारे सभी अधिकारी जिलों में नवाचार कर रहे हैं, जो प्रशंसनीय है। सिंगरौली और टीकमगढ़ जिले में भू अधिकार योजना का क्रियान्वयन सराहनीय है। जिन जिलों में कलेक्टरों ने इनोवेशन किए हैं, बेस्ट प्रैक्टिस की है, उसे दूसरे जिलों के कलेक्टर भी अपनाएं।

सीएम बोले- मुझे गर्व है हमने मध्यप्रदेश को बदला है

मैं गर्व के साथ कह रहा हूं कि हमने मध्यप्रदेश को बदला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं पर कैसे बेहतर काम किया जा सकता है। इसके लिए भी सभी को एक जुटकर काम करना है। सभी मिलकर काम करें। प्रशासनिक क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होना चाहिए। काम की गुणवत्ता और सुधारी जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की उन्नति और जनता के हित में मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ देना है। गरीबों की जिंदगी में बदलाव लाना ही हमारा लक्ष्य है। प्रदेश के नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाना ही हमारा कर्तव्य है। शिवराज सिंह ने कहा कि पेसा एक्ट का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार होना चाहिए। इसे लेकर भ्रम की स्थिति न रह जाए। मध्यप्रदेश में राशन की कालाबाजारी नहीं होने पाए, जनता को समय पर राशन मिल सके। सामग्री उच्च गुणवत्ता की दी जाए और पर्याप्त मात्रा में दी जाए। इस पर कलेक्टर स्वयं नजर रखें।

यह भी बोले सीएम

मुख्यमंत्री कन्या विवाह सहायता योजना के लिए 4915 लाख 80 हजार रुपए और मुख्यमंत्री निकाह सहायता योजना में 721 लाख 25 हजार रुपए का बजट उपलब्ध है। इस बजट का उपयोग कर प्रदेश की बेटियों के विवाह में पर्याप्त सहायता की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लंबित आवेदनों का शीघ्र निराकरण होना चाहिए। निवाड़ी जिला इस योजना के क्रियान्वयन में सबसे पीछे है। यहां 7 फीसदी ही आवेदनों का निराकरण हुआ। भिंड, गुना, छतरपुर और शहडोल भी अपने काम में गति लाएं। देवास और रतलाम ने सबसे बेहतर काम किया है। उन्हें बधाई।

सीएम ने इन योजनाओं की समीक्षा की

  • पेसा नियम 2022 का क्रियान्वयन
  • जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन
  • सीएम राइज स्कूलों के संचालन
  • संबल 2 योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा
  • लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग का प्रस्तुतिकरण
  • मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना एवं मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना के क्रियान्वयन
  • प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण एवं शहरी) के क्रियान्वयन
  • सार्वजनिक वितरण प्रणाली की समीक्षा
  • मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा
  • नगरीय क्षेत्रों में अनाधिकृत कॉलोनियों में नागरिक अधोसंरचना विकास भवन निर्माण अनुज्ञा उपलब्ध कराने की कार्यवाही
  • शिशु मृत्युदर, नवजात शिशु मृत्युदर, मातृ मृत्युदर को कम करने के लिए किए जा रहे प्रयास
  • आयुष्मान भारत निरामयम मध्यप्रदेश की समीक्षा
  • दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग एवं विभिन्न उपकरण प्रदाय संबंधी योजना में सैचुरेशन की समीक्षा
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