मध्य प्रदेश

एमपी विधानसभा चुनाव की कमान संभालते ही अमित शाह आए एक्शन मोड में

हर 15 दिन में एमपी आएंगे गृहमंत्री शाह, भाजपा नेताओं को दी ये हिदायत

भोपाल। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मप्र के नेताओं के साथ बैठक में कहा कि ‘आखिर मप्र में पार्टी का कार्यकर्ता सत्ता और संगठन से इतना नाराज क्यों है?’ शाह ने इसे तुरंत दूर करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान उन्होंने साफ संदेश दे दिया कि मध्यप्रदेश की चुनावी तैयारी, अभियान, प्रबंधन के साथ अन्य मामलों में यादव और वैष्णव ही समन्वय करेंगे…

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की मुख्य कमान संभालते ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक्शन मोड में आ गए हैं। मंगलवार रात महज चार घंटे के दौरे पर राजधानी भोपाल पहुंचे शाह ने प्रदेश भाजपा के नेताओं के साथ ढाई घंटे बैठक की। गृहमंत्री शाह की बैठक से निकले भाजपा नेताओं के खिले हुए चेहरे बता रहे थे कि अब मप्र में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है। शाह ने बैठक में दो टूक कहा कि प्रदेश के सभी नेता एकजुट होकर मैदान में उतर जाएं, क्योंकि अब चुनाव में बहुत कम वक्त बचा है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मप्र के नेताओं के साथ बैठक में कहा कि ‘आखिर मप्र में पार्टी का कार्यकर्ता सत्ता और संगठन से इतना नाराज क्यों है?’ शाह ने इसे तुरंत दूर करने के निर्देश भी दिए। इससे पहले शाह ने प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव को सभी से मिलवाया। इस दौरान उन्होंने साफ संदेश दे दिया कि मध्यप्रदेश की चुनावी तैयारी, अभियान, प्रबंधन के साथ अन्य मामलों में यादव और वैष्णव ही समन्वय करेंगे। किसी भी मामले में तालमेल की कोई कमी नहीं दिखे। शाह ने ढाई घंटे तक चुनावी तैयारियों पर बात की, इसके अलावा तीन तलाक और समान नागरिक संहिता से जुड़े मुद्दों का फीडबैक भी लिया। शाह की मौजूदगी में हुई इस बैठक में शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी पी. मुरलीधर राव, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत 13 नेता शामिल हुए।

हर 15 दिन में मध्यप्रदेश में नजर आएंगे शाह

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का विधानसभा चुनाव गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में ही लड़ा जाएगा। आने वाले दिनों में शाह के दोनों प्रदेशों में कई दौरे होंगे। मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों में शाह भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। संगठन इसकी तैयारियों में जुट गया है। बैठक में मौजूद एक भाजपा सांसद ने अमर उजाला से चर्चा में कहा कि मप्र में कार्यकर्ताओं को साधने और उत्साह जगाने के लिए शाह ने सीधा संदेश दिया कि मप्र का विधानसभा चुनाव उनके मार्गदर्शन में ही लड़ा जाएगा, इसलिए पूरे उत्साह से चुनावी तैयारी में जुट जाएं। उन्होंने प्रदेश के नेताओं को ऐसी बयानबाजी न करने की हिदायत दी जो पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है। बैठक में शाह ने दो टूक कहा कि अब पार्टी में किसी तरह की कोई खींचतान नहीं दिखाई देनी चाहिए। शाह ने वोट प्रतिशत 51 फीसदी करने के लिए अब तक किए गए प्रयासों पर भी संगठन से रिपोर्ट तलब की।

30 जुलाई को फिर भोपाल आएंगे अमित शाह

बैठक में शाह ने राज्य स्तर से लेकर बूथ स्तर पर अब तक की गई चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी की। उन्होंने कांग्रेस व अन्य दलों वाली 103 विधानसभा सीटों पर अब तक की गई तैयारियों का ब्योरा भी मांगा। इन सीटों पर कांग्रेस की कमजोरियों और बूथ स्तर पर की जा रहीं तैयारियां की रिपोर्ट तैयार करने के लिए शाह ने निर्देश दिए हैं। अमित शाह 30 जुलाई को फिर भोपाल आएंगे। शाह ने संगठन के नेताओं को साफ कहा कि घोषणा पत्र समिति, चुनाव समिति, चुनाव प्रबंधन सहित अन्य समितियों के गठन की तैयारी करके रखें। मैं 30 को इस पर चर्चा करूंगा। इसके अलावा उन्होंने रोज रिपोर्ट भेजने के भी निर्देश दिया। शाह ने यह भी कहा कि वे हर 15 से 20 दिन में मध्यप्रदेश आने की कोशिश करेंगे। इस दौरान से संगठन के कामकाज की समीक्षा भी करेंगे।

इसी टीम के साथ मैदान में उतरेगी भाजपा, नहीं होगा कोई बदलाव

बैठक में शाह ने कहा कि चुनाव एकजुट होकर इसी टीम के सहारे लड़ा जाएगा। अब इस टीम में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सीएम की सभाओं में आ रही भीड़ पर भरोसा न किया जाए। पार्टी का संदेश नीचे तक तेजी से पहुंचाया जाए। लोगों को यह विश्वास दिलाया जाए कि प्रदेश में भाजपा फिर से सरकार बनाने जा रही है। इसके साथ ही कमलनाथ और दिग्विजय पर हमले जारी रखने को भी कहा गया है।

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