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विधायकी छोड़ परिवार के पास वापस लौटें अंबिका सिंहदेव, इंग्लैंड में रहते हैं NRI पति और बच्चे …

बिलासपुर। अंबिका सिंहदेव के पति यूके (यूनाइटेड किंगडम) बेस्ड बिजनेसमैन हैं। दंपति के दो बेटे आर्यमन और अनिरुद्ध घोष हैं। ये सभी विदेश में ही रहते हैं। संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव के पति ने फेसबुक पर ‘मुझे भी कुछ कहना है’ के माध्यम से पोस्ट किया और लिखा कि ”बैकुंठपुर, कोरिया विधायक और संसदीय सचिव होने के साथ अंबिका सिंहदेव बीते 26 साल से मेरी पत्नी हैं और हम एक-दूसरे को 51 सालों से जानते हैं। हमारे दो बेटे आर्यमन जय घोष और अनिरुद्ध घोष भी हैं। आज मैं मेरी धर्मपत्नी और हमारे बच्चों की मां से अनुरोध करता हूं कि वे सक्रिय राजनीति छोड़ दें”।

कोरिया जिले की बैकुंठपुर विधायक और संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव के पति अमिताभ कुमार घोष ने सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी से सक्रिय राजनीति छोड़ने की अपील की है। सोशल मीडिया पर किया गया उनका ये पोस्ट अब वायरल हो रहा है। उन्होंने विधायक पत्नी के पीए भूपेंद्र सिंह और विनय जायसवाल से इस काम में सहयोग करने का आग्रह किया है।

अमिताभ कुमार ने इसके साथ विधायक अंबिका सिंहदेव के दोनों पीए भूपेंद्र सिंह और विनय जायसवाल का पत्नी को सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया है। अपने फेसबुक पोस्ट में उन्होंने इनका जिक्र करते हुए लिखा कि ‘पिछले 5 बरस से आप ही दोनों ने मेरी पत्नी के हर काम में साए की तरह साथ दिए हैं, एक आखिरी बार और दे दीजिए। हम हमारे परिवार की ओर से आप दोनों का हमेशा आभारी रहेंगे’।

अंबिका सिंहदेव छत्तीसगढ़ के प्रथम वित्तमंत्री रामचंद्र सिंहदेव की भतीजी हैं। रामचंद्र सिंहदेव कोरिया के राजा कहे जाते थे। वे अविभाजित मध्य प्रदेश में भी कैबिनेट मंत्री रहे। वो कोरिया नरेश और कोरिया कुमार के नाम से भी विख्यात थे। उनकी मौत 5 साल पहले हो गई थी। उनकी भतीजी अंबिका सिंहदेव विधायक और संसदीय सचिव हैं। अंबिका कभी राजनीति में नहीं रहीं। अपने काका रामचंद्र सिंहदेव के निधन के बाद उन्होंने बैकुंठपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा और भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे भैयालाल राजवाड़े को हराया। भूपेश सरकार में उन्हें संसदीय सचिव बनाया गया।

कोरिया जिले में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व श्रम और खेल मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने कुछ दिनों पहले विधायक अंबिका सिंहदेव पर निशाना साधाते हुए अपशब्द कहे थे। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी थी कि उन्होंने किसी भी तरह की गलत टिप्पणी महिला विधायक के खिलाफ नहीं की थी। उस वक्त विधायक अंबिका सिंहदेव के खिलाफ की गई टिप्पणी के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई थी।

भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता कर भैयालाल राजवाड़े ने कहा था कि मैंने ऐसा कोई शब्द नहीं बोला है, न ही मैंने कोई गाली जैसा शब्द बोला है, इनकी जिला पंचायत में बुरी तरह से हार हुई है, इसलिए मेरे ऊपर मेरे बयान को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है।

विधायक अंबिका सिंहदेव के पिता का नाम महेंद्र प्रताप सिंहदेव था। वहीं उनके चाचा छत्तीसगढ़ के पहले वित्त मंत्री रामचंद्र सिंहदेव थे। अंबिका का जन्म 12 फरवरी 1968 को कोलकाता में हुआ था। उनकी शादी अमिताभ घोष से 20 अप्रैल 1996 में हुई थी। महिला विधायक ने बीकॉम की डिग्री हासिल की है। साथ ही इन्होंने इंटीरियर डेकोरेशन का भी कोर्स किया है। इनके 2 बेटे हैं। अभी इनके पति और दोनों बेटे लंदन में रहते हैं, जबकि वे अकेली बैकुंठपुर के रामानुज विलास पैलेस में रहती हैं।

अंबिका सिंहदेव पहली बार 2019 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुईं। 2020 में उन्हें संसदीय सचिव (मंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग से संबद्ध) बनाया गया। 2020-21 में उन्हें सदस्य, महिलाओं एवं बालको के कल्याण संबंधी समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा बनाया गया। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के दिग्गज नेता भैयालाल राजवाड़े को हरा दिया था। अंबिका सिंहदेव को 48 हजार 885 वोट मिले थे।

विधायक अंबिका सिंहदेव के काका और कोरिया राजघराने के रामचंद्र सिंहदेव ने 1967 में विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। अविभाजित मध्यप्रदेश में एक ऐसा दौर भी आया था, जब 1967 में चुनाव जीतने के बाद रामचंद्र सिंहदेव ने एक साथ 16 विभाग संभाले थे। यह उस वक्त का रिकॉर्ड था। इसके बाद से वे अब तक 6 बार चुनाव जीतकर अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विभिन्न महत्वपूर्ण मंत्री पदों पर आसीन रहे थे।

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