बस्तर। जिले में सोमवार की शाम नक्सलियों द्वारा लूटे एलपीजी गैस सिलेंडर को फोर्स के जवानों ने माड़ क्षेत्र से बरामद किया है। माओवादियों ने नागाराम, चिंतागुफा, पटेलपारा गांव के आसपास सिलेंडर को छिपा दिया था। बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी व लूट की वारदात सामने आने के बाद CRPF 219, पुलिस और DRG के जवानों की अलग-अलग टीम ने रात को सर्चिंग ऑपरेशन चलाया। गश्त के दौरान नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग झोक दी।
जवानों ने भी मोर्चा संभाला और मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए। जवानों ने लूटे एलपीजी गैस को बरामद किया है। तकनीकी खराबी की वजह से वाहन चलने की स्थिति में नहीं था, जिसकी वजह से उसे ट्रैक्टर से टोचन कर सुबह इंजरम कैंप तक लाया गया। एसपी सुनील शर्मा ने कहा कि नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे, जिसे जवानों ने विफल कर दिया।
बता दें कि कोंटा से भेज्जी कैंप सहित आम जनता को वितरण के लिए घरेलू गैस सिलेंडर लेकर पिकअप में ड्राइवर रवि और हेल्पर अजय निकले थे। तभी गोरखा और कोताचेरु के पास माओवादियों ने पिकअप वाहन को रोक लिया था। गाड़ी रुकने के बाद नक्सलियों ने चालक को बाहर निकालकर मारपीट करने लगे। नक्सलियों ने ड्राइवर का मोबाइल भी लूट लिया था। माओवादियों ने ड्राइवर को धमकाया कि फोर्स के कैंपों में सिलेंडर की सप्लाई नहीं करोगे। इसके बाद नक्सली एलपीजी गैस सिलेंडर से लदी पिकअप गाड़ी को अपने साथ लेकर चले गए थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी सुनील शर्मा ने जवानों को सर्चिंग के लिए रवाना किया गया था।
ड्राइवर रवि के मुताबिक पिकअप में 50 से ज्यादा सिलेंडर रखे हुए थे। गोरखा पार करने के बाद छह नक्सलियों ने गाड़ी रुकवाई। जानकारी के मुताबिक वहां 15 से 20 सशस्त्र नक्सली मौजूद थे। नक्सलियों ने पिकअप के ड्राइवर व हेल्पर को पिटाई के बाद चेतावनी देकर छोड़ा था। नक्सलियों द्वारा छोड़े जाने के बाद ड्राइवर व हेल्पर ने पुलिस थाने को सूचना दी थी।
लूट की घटना सामने आने व बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी वाले क्षेत्र में रात को पुलिस, CRPF 129 बटालियन व डीआरजी की अलग-अलग टीमों को भेजकर सर्चिंग अभियान चलाया गया, जिसके बाद नक्सली वाहन छोड़कर भाग गए। पुलिस अफसरों के मुताबिक नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे और इसी वजह से सिलेंडरों को लूटा था।