बिलासपुर । अरपा भैंसाझार बराज में तटबंध से पानी का लगातार रिसाव हो रहा है । कोटा ग्रामीण क्षेत्र के दीपक रजक ने तटबंध में पानी रिसाव की जानकारी तब पत्राचार कर चीफ इंजीनियर एके सोमावार को दी थी। उन्होंने बताया कि तत्कालीन कार्यपालन अभियंता आरएस नायडू, अशोक तिवारी, एसडीओ खत्री आदि अफसरों ने ठेकेदार से मिलीभगत कर तटबंध की सुरक्षा के लिए जरूरी काम नहीं कराया और तटबंध को खेत के मेड़ जैसा बना दिया।
दो साल पहले तब के एसडीओ रहे अफसर ने इसकी जानकारी तत्कालीन कार्यपालन अभियंता को दी थी, लेकिन दो साल तक अफसर सोते रहे और रिसाव होता रहा । मीडिया को वह पत्र भी हासिल हुआ है जिसमें विभाग के तब के एसडीओ रहे इम्तियाज सिद्धिकी ने तत्कालीन कार्यपालन अभियंता अशोक तिवारी को बताया था। रिसाव होने की वजह का उल्लेख किया था और कौन से काम नहीं हुए, उन कामों के बारे में बताया था।
इसके बाद भी तत्कालीन कार्यपालन अभियंता पत्र की जानकारी को नजरअंदाज करते हुए ठेकेदार से कोई काम नहीं कराया और इस दरम्यान लगातार दो साल तक तटबंध से रिसाव होता रहा। उन्होंने इसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को भी नहीं दी। वहीं जब तत्कालीन कार्यपालन अभियंता ने रिसाव से बन चुके तालाब को नाला का पानी बताया।
तत्कालीन कार्यपालन अभियंता अशोक तिवारी को 11 जनवरी 2021 को लिखे पत्र क्रमांक 07/ तक 2021 में लिखा है अफलक्स बंड में पानी का रिसाव हो रहा है। अत: जो कार्य नहीं हुए हैं उन कार्यों को तत्काल किया जाना जरूरी है। अत: ठेकेदार को उचित आदेश दिया जाना चाहिए ताकि भविष्य में किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो और अफलक्स बंड मजबूत और सुरक्षित रहे।
अरपा भैंसाझार बराज बनाने वाले ठेकेदार सुनील अग्रवाल ने अब तक भैंसाझार बराज का काम पूरा नहीं किया है। अफसरों ने इस काम कराने में गंभीरता भी नहीं दिखाई। राज्य सरकार के पचरीघाट और शिवघाट में बनने वाले अरपा बराज को भी यही ठेकेदार बना रहा है, जिसकी डेडलाइन भी पार हो चुकी है।
ये काम होने थे
- तटबंध के ऊपरी हिस्से में पत्थर लगाने का काम
- तटबंध के निचले हिस्से में बोल्डर लगाने का काम
- तटबंध में मिट्टी डालने का काम
- बराज के निचले में पत्थर लगाने का काम
- बराज गेट में रिमोट कंट्राेल रूम बनाने का काम
- मुख्य नहर का रखरखाव रखने का काम
- इन्होंने भी की थी शिकायत