लेखक की कलम से

प्रेम का अभिनय …

चालाक लोग,, बहुत  समझदार बनकर,

प्रेम का अभिनय बहुत ज्यादा अच्छा कर सकते हैं,

लेकिन प्रेम कभी नहीं कर पाते इन जैसे लोगों की वजह से ही

बहुत से मासूम सुसाइड तक पहुँच जाते हैं,,

क्योंकि इनके मन मष्तिष्क में केवल

स्वार्थ और अपनी खुशी ही भरी होती है केवल।।

ऐसे लोग कमाल का अभिनय करते है ये

सामने वाले को ऐसा विश्वास दिला देते हैं,,

जैसे बस यही दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार करते हो,,

हर बात बात पर मर जाने की बात,,

आँखों में हर वक्त झूठे नौटंकी वाले आँसू,,

कभी भी जरूरत के समय ऐसे लोग काम नहीं आ सकते

एक हजार बहाने होते हैं इनके पास।।

 

दूसरे होते हैं,,

खड़ूस, गुस्सैल पाषाण हृदय कहे जाने वाले,

तलवार सी तीखी जबान वाले लोग,,

जो बिना सोचे समझे,,

साफ सीधा तीखा बोल देने वाले,,

एकदम खुले विचारों के,,

मनमौजी टाइप,,

अपनी दुनिया में मस्त

मलंग रहने वाले लोग..

बस यही लोग प्रेम करते हैं

सही मायनों में,,

ये लोग उनमें से होते हैं

जो अपने साथी के जाने के बाद भी

उम्र भर उसकी सृमतियों को सहेजकर

बड़े प्यार से रखते हैं,,

कड़वा बोलेंगे,,

ज्यादा चोचलेबाजी नहीं करेंगे,

लेकिन अपने साथी के लिए

जान तक हथेली पर रखते हैं

ऐसे लोग।।

जब भी करते हैं

प्यार बेमिसाल करते हैं

ऐसे लोग!!

 

तीसरे होते हैं,,

मृदु स्वभाव वाले, शांत चित

और समझदार बुद्धिमान लोग

किसी के साथ जबतक रिश्ते में होते हैं

बहुत वफादार रहते हैं,,

पर ये लोग अगर अलग

हो जाए कारणवश,

तो खुद को बहुत जल्दी

संभाल भी लेते हैं।

ऐसे लोग जिंदगी में

आगे बढ़ना जानते हैं,,

बहुत प्रगतिशील विचारों के होते है,,

वर्तमान में जीना इन लोगों से बखूबी आता है।

 

बस पहले वाले टाइप के लोगों से बचकर रहना चाहिए,

पर विडबंना ये है,,

अधिकतर ऐसे ही लोग पाए जाते हैं,

और इनमें सब चालाकियाँ भरी होती है तो,,

ये अपनी और बहुत जल्दी भी आकर्षित कर लेते हैं,,

इसलिए ही प्यार से विश्वास उठ जाता है और विश्वास लोगों से!!…….

 

©चित्रा सिंह, नोएडा- 49, उत्तर प्रदेश

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