हाथी दांत की तस्करी करने के फिराक में दो सपड़ाए
कोरबा {गेंदलाल शुक्ल} । छत्तीसगढ़ की कोरबा जिला पुलिस ने गुरुवार को हाथी दांत के साथ दो लोगों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। आरोपी हाथी दांत बेचने के फिराक में थे। वन विभाग ने भी पुष्टि की है कि यह हाथी दाँत ही है।
बालको थाना क्षेत्र अजगर बहार में 25 सेंटीमीटर हाथी दांत के साथ दो ग्रामीण पकड़े गए हैं! गढ़ उपरोड़ा निवासी मोहन कंवर 45 वर्ष और श्यांग निवासी जोगेराम यादव 40 वर्ष को पुलिस ने गिरफ्तार किया किया है। दोनों उसे बेचने के फिराक में घूम रहे थे। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिलने पर कोतवाली थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा और बालको थाना प्रभारी लखनलाल पटेल टीम के साथ अजगर बहार पहुँच कर आरोपियों से खरीददार बनकर सौदा किया और दोनों पकड़े गए। आरोपियों से 25 सेंटीमीटर लंबा हाथी का दांत पुलिस ने बरामद किया है। उसके बाद इसे वन विभाग के पास भेज गया। वनविभाग कोरबा ने इसे हाथी दांत की पुष्टि की है। बरामद हाथी का दांत की अनुमानित कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये है. हालांकि इसके वास्तविक मूल्य के लिए वनविभाग को पत्र लिखा गया है. दोनों ही आरोपियों पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 51 के तहत कार्रवाई की गई है। इस पूरे धरपकड़ की जानकारी डीएसपी मुख्यालय रामगोपाल करियारे ने दी।
पुलिस ने बताया कि इसके लिए आरोपियों दांत की खरीदी -बिक्री के ये शातिर तरीके से “डार्क वेब” से मिलते-जुलते तरीके का इस्तेमाल किया है। यह एक ऐसा तरीका है जिसमे क्रेता और विक्रेता की जानकारी न ही एक दूसरे को होती और न ही किसी अन्य को। यही वजह है कि आरोपी पुलिस के सामने भी यह बता पाने में असमर्थ है कि आखिर पूरी खरीदी किससे की गई और किसे यह दांत बेचा जाना था। बावजूद पुलिस उनसे लगातार इस बारे कड़ाई से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है। यह दोनों ही तस्कर बिचौलिए स्तर के है। इनका सम्पर्क बड़े तस्कर समूह से है। दूसरी तरफ यह भी साफ नहीं है कि यह दांत क्षेत्र के ही हाथी का है या कहीं और से शिकार किया गया।