मध्य प्रदेश

कर्तव्य पथ पर डटी महिला पुलिसकर्मियों की राह अब होगी और आसान

मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर में महिला पुलिस को सौंपी 250 दोपहिया वाहनों की चाबी, सीएम बोले- महिला पुलिस को दोपहिया वाहनों का वितरण महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुरूप प्रदेश में महिला संबंधी अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण और पीड़िताओं को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से पुलिस को अत्याधुनिक संसाधनों से संपन्न कर सशक्त बनाया जा रहा है। इसी अनुक्रम में 28 जुलाई को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में प्रदेशभर की ऊर्जा महिला हेल्प डेस्कों को 250 दोपहिया वाहन उपलब्ध करवाए गए। इस अवसर पर सीएम ने महिला पुलिसकर्मियों द्वारा निकाली गई 250 दोपहिया वाहनों की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कम्युनिटी पुलिसिंग के अंतर्गत बालकों एवं पुरुषों को महिला संबंधी अपराधों एवं लैंगिक समानता के प्रति जागरूक करने के लिए चलाए जा रहे विशेष जागरुकता अभियानअभिमन्युके लिए महिला सुरक्षा शाखा द्वारा तैयार की गई पोस्टर पुस्तिका का भी विमोचन किया। इस अवसर पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, एसीएस राजेश राजौरा, डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में अंत में एडीजी (महिला सुरक्षा शाखा) प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव ने सभी उपस्थितजन का आभार माना। इस अवसर पर मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।

महिला पुलिस घरघर पहुंचकर माताबहनों को प्रदान करेगी सुरक्षा : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समाज में पुरुष प्रधान मानसिकता को बदलना अत्यंत आवश्यक है। बहनोंबेटियों के साथ समानता का व्यवहार हो और वे समाज में सदैव सुरक्षित महसूस करें, इसके लिए प्रदेश सरकार निरंतर कार्य कर रही है। प्रदेशभर की महिला पुलिस को 250 दोपहिया वाहनों का वितरण किए जाने का यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। इसके लिए मध्य प्रदेश पुलिस बधाई की पात्र है। उन्होंने कहा कि जब मैंने पुलिस विभाग में 30 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती का निर्णय लिया था, तब मुझे पूर्ण विश्वास था कि मेरे इस निर्णय पर सभी महिलाएं पूरी तरह खरी उतरेंगी। आज महिला पुलिस कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपना उत्तरदायित्व निभाकर स्वयं को साबित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब महिला पुलिस दोपहिया वाहन पर सवार होकर घरघर पहुंचेंगी और प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षित करने का कार्य करेंगी। जब महिला पुलिस समस्याओं के निराकरण के लिए थाने से बाहर निकलकर कार्य करेंगी तो अपराधियों में भय पैदा होगा और महिलाएं स्वयं को और अधिक सुरक्षित महसूस करेंगी। उन्होंने उपस्थित सभी महिला पुलिस से कहा कि सदैव सज्जनों के लिए फूल से कोमल और दुर्जनों के लिए वज्र से अधिक कठोर रहें। आप अधिक से अधिक महिलाओं से मिलें और पीड़ित महिलाओं को संबल, सहयोग और सुरक्षा प्रदान करें। अपराधों पर लगाम कसने के लिए मैदान में इस तरह निकलो कि प्रदेश की माताएंबहनें यह महसूस करें कि उनकी सुरक्षा के लिए महिला पुलिस सदैव खड़ी हैं।

गृह मंत्री बोले- माताबहनें महिला पुलिस के सामने खुलकर रख पाती हैं अपनी बात

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पुलिस विभाग को निरंतर आधुनिक संसाधनों से निरंतर सशक्त किया जा रहा है। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की प्रभावी रोकथाम के लिए महिला पुलिस को दोपहिया वाहन प्रदान किए जाने का यह कदम महिला अपराधों पर नियंत्रण में कारगर सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि आज हर जिले में महिला थाना और महिला डेस्क हैं। थानों में महिला पुलिस होने से प्रदेश की बहनबेटियां कोई भी परेशानी होने पर अपनी बात खुलकर कह पाती हैं। महिला पुलिस को थानाें में देखकर उन्हें शक्ति मिलती है और वे स्वयं को सुरक्षित महसूस करती हैं। मुख्यमंंत्री के प्रयासों से आज प्रदेश में मातृशक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है और वे सफलता की दिशा में कई कदम आगे बढ़ी हैं। आज महिलाएं मध्यप्रदेश में सुरक्षित हैं।

डीजीपी ने कहा- महिलाओं को सुरक्षित वातावरण मिले, इसके लिए पुलिस कृतसंकल्पित

डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस महिलाओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए कृतसंकल्पित है। आपराधिक गतिविधियों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिशानिर्देशन में निरंतर की जा रही सख्त कार्रवाई के परिणामस्वरूप पिछले साढ़े तीन वर्षों में 14 दुष्कर्मियों को मृत्युदंड और 824 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। महिलाओं एवं बालिकाओं को कानूनी सहायता प्रदान करने और आमजन को जागरूक करने के लिए पुलिस द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। पुलिस ने सदैव अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। वर्तमान में प्रदेशभर के 950 थानों में ऊर्जा डेस्क संचालित की जा रही हैै। महिला पुलिस को और अधिक सशक्त बनाने के लिए पिछले वर्ष 100 दोपहिया वाहन उपलब्ध करवाए गए थे। इसी कड़ी में अब 250 वाहन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इससे महिला पुलिस की पीड़िताओं तक पहुंच सुगम हो सकेगी।

इस मार्ग से निकली दोपहिया वाहन रैली

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम से 250 वाहनों काे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दोपहिया वाहन रैली लाल परेड ग्राउंड स्थित विजय द्वार से प्रारंभ होकर पुलिस कंट्रोल रूम चौराहा, राजभवन तिराहा, रोशनपुरा, टीटी नगर, प्लैटिनम प्लाजा, अटल पथ, जवाहर चौक, रंगमहल चौराहा, रोशनपुरा चौराहा, राजभवन तिराहा, पुलिस कंट्रोल रूम चौराहा और लाल परेड ग्राउंड स्थित विजय द्वार से होते हुए मोतीलाल नेहरू स्टेडियम पर समाप्त हुई। रैली का जगहजगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया।

सीएम, गृहमंत्री, डीजीपी एवं अतिथियों ने महिला सुरक्षा शाखा के विशेष जागरुकता अभियान ‘अभिमन्यु’ की पोस्टर पुस्तिका का विमोचन किया।

ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क को इस पहल से मिलेगी मजबूती

महिला पुलिस को दोपहिया वाहनों का वितरण किए जाने की इस पहल से महिलाओं से जुड़ी समस्याओं के निराकरण और उनकी सुनवाई के लिए प्रदेश के 950 थानों में संचालित ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क को मजबूती मिलेगी। साथ ही इससे प्रदेश की महिला पुलिसकर्मियों की राह भी आसान होगी। उल्लेखनीय है कि महिला सशक्तिकरण के लिए ट्राइडेंट ग्रुप द्वारा सीएसआर फंड से 13 दोपहिया वाहन प्रदान किए गए हैं।

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