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आतंकवादी दाऊद इब्राहिम की संपत्ति नीलाम, जानिए क्या है 15 हजार की जमीन को 2 करोड़ में खरीदने वाले वकील की मंशा…

मुंबई। भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के स्वामित्व वाली चार संपत्तियों की नीलामी आज संपन्न हुई. इनमें जमीन के दो टुकड़ों के लिए कोई बोली नहीं लगी. वहीं जमीन के एक हिस्सा, जिसका आरक्षित मूल्य सिर्फ 15,000 था, उसे दिल्ली के वकील अजय श्रीवास्तव ने 2 करोड़ रुपए में खरीदा. खरीदार का इरादा जमीन पर एक सनातन स्कूल स्थापित करने का है.

महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के मुंबाके गांव में स्थित भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी दाउद इब्राहिम की कृषि भूमि के चार हिस्सों की नीलामी स्मगलर्स एंड फॉरेन एक्सचेंज मैनिपुलेटर्स (संपत्ति की जब्ती) अधिनियम, 1976 के तहत की गई थी. जमीन की संयुक्त आरक्षित कीमत सिर्फ 19.22 लाख रुपए थी. इनमें से दो बड़े भूमि पार्सल के लिए कोई बोली नहीं मिली. वहीं 1,730 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले प्लाट, जिसका आरक्षित मूल्य 1.56 लाख रुपए था, वह 3.28 लाख रुपए में बेचा गया.

वहीं जमीन के सबसे छोटे हिस्सा, जिसका क्षेत्रफल 170.98 वर्ग मीटर है, का आरक्षित मूल्य 15,440 रुपए था, जिसे 2.01 करोड़ रुपए में बेचा गया है. यह प्लॉट वकील अजय श्रीवास्तव ने खरीदा है, जिन्होंने पहले अंडरवर्ल्ड डॉन की तीन संपत्तियां खरीदी थीं. अजय श्रीवास्तव ने कृषि जमीन के लिए इतने बड़े भुगतान के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि मैं एक सनातनी हिंदू हूं और हम अपने ब्राम्हण का अनुसरण करते हैं. सर्वेक्षण संख्या (भूखंड का) और अंकज्योतिष के अनुसार राशि का अंक मेरे पक्ष में जाता है. मैं इसे परिवर्तित करवाकर इस भूखंड पर एक सनातन विद्यालय खोलूंगा.

उन्होंने कहा, “मैंने 2020 में दाऊद इब्राहिम के बंगले के लिए बोली लगाई थी. एक सनातन धर्म पाठशाला ट्रस्ट की स्थापना की गई है और इसे पंजीकृत कराने के बाद, मैं वहां एक सनातन स्कूल भी शुरू करूंगा.”

दाऊद की संपत्तियों की पहली नीलामी 2000 में हुई थी, लेकिन 1993 के मुंबई विस्फोट मास्टरमाइंड के डर के कारण कोई भी बोली लगाने नहीं आया था. मार्च 2001 में एक नीलामी में, जिसमें अजय श्रीवास्तव एकमात्र बोली लगाने वाले थे, मुंबई के नागपाड़ा में आतंकवादी के स्वामित्व वाली दो दुकानें खरीदी थीं. वह अभी भी दुकानों पर कब्जे के लिए लड़ रहा है, जबकि मुंबई की एक अदालत ने 2011 में उसके पक्ष में फैसला सुनाया था. इस आदेश को बॉम्बे हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी, और यह मामला दाऊद की बहन हसीना पारकर के बच्चों द्वारा लड़ा जा रहा है.

2020 में एक अन्य नीलामी में वकील श्रीवास्तव ने मुंबई के गांव में मोस्ट वांटेड आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के बचपन का घर खरीदा, जहां मोस्ट वांटेड आतंकवादी दाऊद इब्राहिम का जन्म हुआ था. एक सरकारी विभाग द्वारा तैयार किए गए दस्तावेजों में कुछ विसंगतियों के कारण उन्हें अभी तक बंगले का बैनामा नहीं मिला है. गलतियां अब सुधार ली गई हैं और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही डीड मिल जाएगी.

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