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जिग्नेश मेवानी को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल किया

नई दिल्ली

लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी अपनी तैयारियों में जुट गई है. इसी को देखते हुए कांग्रेस ने अपनी महिला विंग और छात्र विंग के नए अध्यक्ष भी नियुक्त कर दिए हैं. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने पार्टी में क्लस्टर आधारित स्क्रीनिंग कमेटी भी बनाई हैं.

पार्टी ने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की जिम्मेदारी दिल्ली की तेजतर्रार नेता और पूर्व विधायक अलका लांबा को सौंपी है. पहले से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि नेट्टा डिसूजा के बाद ये महिला कांग्रेस की कमान अलका को मिल सकती है, जबकि नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के नए अध्यक्ष के रूप में वरुण चौधरी को चुना गया है.  

अलका लांबा का राजनीतिक करियर साल 1994 में शुरू हुआ था. उन्हें कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI में कन्वेनर का पद मिला था. इसके बाद अलका लांबा एनएसयूआई की अध्यक्ष भी बनीं. इसके बाद उन्हें महिला कांग्रेस का जनरल सेक्रेटरी भी बनाया गया.  

कौन हैं अलका लांबा
कांग्रेस ने अलका लांबा पर भरोसा जताते हुए उन्हें महिला कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है. अलका ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी. 1994 में वे छात्र संगठन NSUI से जुड़ीं. ग्रेजुएशन के दौरान वे NSUI की स्टेट गर्ल कन्वीनर बनी थीं.  इसके बाद 1997 में अलका NSUI की राष्टीय अध्यक्ष बनीं. 2002 में उन्हें अखिल भारतीय महिला कांग्रेस का जनरल सेक्रेटरी बनाया गया.  2003 में उन्होंने दिल्ली की चांदनी चौक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं. साल 2014 में उन्होंने AAP का दामन थामा और 2015 विधानसभा चुनाव में  चांदनी चौक से विधायक बनीं. 2019 में वे AAP से इस्तीफा देकर वापस कांग्रेस में शामिल हो गईं. 

AAP में गईं और वापस आईं

अलका लांबा, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में भी रह चुकी हैं. वह चांदनी चौक विधानसभा सीट से AAP की टिकट पर चुनाव जीती थीं. हालांकि बाद में उन्होंने साल 2020 में कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस की टिकट पर चांदनी चौक सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.  

अलका लांबा ने इस जिम्मेदारी पर क्या कहा?

अलका लांबा ने इस नई जिम्मेदारी पर कहा कि देश की बेटियों के आंसुओं के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सौंपी गई इस जिम्मेदारी का मुझे पूरा एहसास है. मैं विश्वास दिलाती हूं कि महिला कांग्रेस देश में अन्याय, शोषण, हिंसा, अत्याचार का सामना कर रही देश की बेटियों/बहनों की आवाज़ बनकर न्याय मिलने तक लड़ेगी. महिला कांग्रेस राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, क़ानूनी और संविधान द्वारा महिलाओं को दिए गए बराबरी के अधिकारों को पंक्ति में खड़ी अंतिम महिला तक सही मायने में पहुंचाकर उनकी भागेदारी और सशक्तिकरण का रास्ता प्रशस्त करेगी.  

खड़गे ने बनाई क्लस्टर आधारित स्क्रीनिंग कमेटियां

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगामी आम चुनावों के लिए क्लस्टर आधारित स्क्रीनिंग कमेटियों का गठन भी किया है. इसके लिए पार्टी की ओर से देश को 5 क्लस्टर में बांटा है.  

क्लस्टर-1

राज्य- तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप, पुडुचेरी
अध्यक्ष: हरीश चौधरी
सदस्य: विश्वजीत कादम, जिग्नेश मेवानी

क्लस्टर-2

राज्य: आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
अध्यक्ष: मधुसूदन मिस्त्री
सदस्य- सूरज हेगड़े, शफी परम्बिल

क्लस्टर-3

राज्य: गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली
अध्यक्ष: रजनी पाटिल
सदस्य: कृष्णा अल्लवरु, परगट सिंह

क्लस्टर- 4

राज्य: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख
अध्यक्ष: भक्त चरण दास
सदस्य: नीरज दांगी, यशोमती ठाकुर

क्लस्टर-5

राज्य: बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम
अध्यक्ष: राणा के.पी. सिंह
सदस्य: जयवर्धन सिंह, इवान डी'सूजा

 

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