रायपुर

बजट पर अजीत जोगी ने कहा- ना तो रोजगार की बात की गई है और ना ही बेरोजगारी भत्ते की

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा विधानसभा में पेश किए गए वर्ष 2020-21 के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमों, पूर्व मुख्यमंत्री एवं मरवाही के विधायक अजीत जोगी ने कहा कि इस बजट में निराशाजनक बात यह है कि इसमें बेरोजगारों के लिए कुछ नहीं है उन्हें छला गया है, उनके लिए ना तो रोजगार की बात की गई है और ना ही बेरोजगारी भत्ते की।

सरकार द्वारा शराबबंदी का वादा भी इस बजट में पूरा नहीं किया गया। प्रदेश में कर्ज के बोझ तले दबी हुई स्व सहायता समूह की महिलाओं को उम्मीद थी कि यह सरकार अपने वायदे के अनुसार उनके कर्ज माफी की घोषणा इस बजट में करेगी। परंतु इस सरकार ने स्व सहायता समूह की महिलाओं के साथ भी छल किया। दैनिक वेतन भोगी एवं संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के वादे से भी यह सरकार मुकर गई।

अजीत जोगी ने अपनी प्रतिक्रिया में यह भी कहा कि इस बजट में सकारात्मक बात यह भी है कि उन्हें राजनीति में लाने वाले स्वर्गीय राजीव गांधी के नाम पर योजना बनाकर किसानों को धान खरीदी की अंतर राशि देने की “राजीव गांधी किसान न्याय योजना” यह सरकार शुरू करने जा रही है और इस सरकार ने आदिवासी बाहुल्य सरगुजा एवं बस्तर के लिए भी कई घोषणाएं की हैं।

नए जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में जिला कार्यालय एवं कंपोजिट बिल्डिंग के लिए 17 करोड़ रुपए का प्रावधान बजट में रखा गया है, बजट में इन प्रावधानों के लिए मैंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है।

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