भालू के हमले से तेंदूपत्ता तोड़ने गई मजदूर महिला की मौके पर मौत
मरवाही (अनुपम शुक्ला)। मरवाही क्षेत्र जंगली जानवरों के लिये प्रसिद्ध है विशेषकर भालू। जंगली क्षेत्र होने के कारण भालू यहाँ गाहे बगाहे देखने को मिल ही जाता है पर कभी-कभी यह हिंसक भी हो जाता है। मरवाही क्षेत्र में भालुओं के हमले की कई घटनाएं सामने आते रहती है। ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है मरवाही क्षेत्र के ग्राम झिरना पोड़ी का। जहाँ आज सुबह सुबह तेंदूपत्ता तोड़ने गयी 62 वर्षीय महिला के ऊपर जंगली भालू ने पेड़ पर चढ़कर हमला कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ज्ञात हो कि अभी कुछ दिन पूर्व तेंदूपत्ता तोड़ने वाले मजदूरों के ऊपर जंगली सुअरों ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया था।
मरवाही क्षेत्र के ग्राम झिरना में भीमसरिया बाई पति रामप्रसाद उम्र लगभग 62 वर्ष जो कि सुबह सुबह रोज की भांति तेंदूपत्ता तोड़ने के लिये जंगल गयी थी। वहां वह पेड़ में चढ़कर तेंदूपत्ते तोड़ रही थीतभी अचानक वहाँ भालू पहुंच गया। महिला को देखकर वह भालू भी उसी पेड़ के नीचे आ गया। वन विभाग के सूत्रों के अनुसार भालू पेड़ पर चढ़कर महिला के ऊपर हमला कर दिया और उसे दूर तक घसीटा। जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गई और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई। कहा जा रहा है कि भालू के अचानक हमले से महिला को भागने का वक्त नही मिला।वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सामन्यतया भालू पेड़ में चढ़कर हमला नही करता और यह भालू सामान्य भालुओ से से अलग व्यहार किया।यह जांच का विषय है।
घटना की जानकारी मिलते ही वनमण्डलाधिकारी राकेश मिश्रा, मरवाही वनपरिक्षेत्राधिकारी संजय त्रिपाठी सहित वन अमला व मरवाही जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष अजय राय, कांग्रेस नेता गुलाब राज, नरौर सरपंच नरेंद्र मरावी घटना स्थल पर पहुँच चुके थे। घटना की गम्भीरता को देखते हुए मृतक महिला के शव का तत्काल पोस्टर्माटम व पंचनाम कर परिजनों को सौप दिया गया।
वहीं दिल्ली बुलेटिन से बात करते हुए वनमण्डलाधिकारी राकेश मिश्रा ने कहा कि भालू के हमले से महिला मजदूर की मृत्यु होना दुःखद है। उन्होंने कहा कि महिला के परिवार को वन विभाग की ओर से 6 लाख रुपये का क्लेम तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता मजदूरों को मिलने वाली बीमा क्लेम की राशि भी अलग से मिलेगी। अभी तात्कालिक में 25 हजार रुपये की सहायता मृतक के परिवार को दी जा चुकी है।