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छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांध्यक्ष बने केदार जैन

वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, पदोन्नति, पुराना पेंशन, अनुकंपा नियुक्ति पर भरा हुँकार

 

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष पद पर केदार जैन को वर्चुअल बैठक में चुना गया। इस चुनाव में सभी जिलाध्यक्ष और सभी विकासखंड अध्यक्षों ने भाग लिया। अध्यक्ष बनने के बाद केदार जैन ने कहा कि संगठन की सभी लंबित मांगों को पूरा करने शासन पर दबाव बनाया जाएगा।

छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष का प्रजातांत्रिक रूप से चयन की प्रक्रिया 12 अक्टूबर को समस्त नवनिर्वाचित विकासखंड अध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष की उपस्थिति में वर्चुअल बैठक के माध्यम से संपन्न हुआ। चयन प्रक्रिया की अध्यक्षता वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती ममता खालसा एवं सम्पूर्ण प्रक्रिया का संचालन गिरजा शंकर शुक्ला द्वारा किया गया।

प्रांताध्यक्ष का चयन, संघ के पंजीयन समिति द्वारा पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के तहत संपन्न हुआ। जिसके तहत सभी जिला अध्यक्षों से प्रांताध्यक्ष पद के लिए प्रस्ताव एवं समर्थन आमंत्रित किया गया और सभी विकासखंड अध्यक्षों को चैट के माध्यम से अपना मत देने को कहा गया। सूरजपुर जिला अध्यक्ष सचिन त्रिपाठी द्वारा केदार जैन के पूर्व में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए उनके नाम प्रस्ताव रखा एवं समस्त जिला और विकासखंड से समर्थन का अपील किया गया।

जशपुर जिला अध्यक्ष संतोष तांडे सहित समस्त जिला अध्यक्षों एवं विकासखंड अध्यक्षों ने प्रस्ताव पर अपना संपूर्ण समर्थन व्यक्त किया। इस तरह सर्वसम्मति से प्रजातांत्रिक रूप से, एकमत के साथ केदार जैन को छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ का प्रांताध्यक्ष चयन किया गया। जिसकी घोषणा चयन प्रक्रिया के अध्यक्ष श्रीमती ममता खालसा द्वारा करते हुए प्रांताध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया।

प्रांताध्यक्ष बनने पर केदार जैन ने समस्त विकासखंड अध्यक्षों जिला अध्यक्षों, वरिष्ठ प्रांतीय पदाधिकारियों सहित प्रदेश के शिक्षक समुदाय का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रांताध्यक्ष की घोषणा होते ही केदार जैन के गृह निवास पर सैकड़ों शिक्षक पहुंचकर उनको माल्यार्पण कर, तिलक लगाकर, मिठाई खिलाया गया। इसी तरह रायपुर स्थित संघ के प्रांतीय कार्यालय में वरिष्ठ शिक्षक ताराचंद जायसवाल द्वारा मिठाई वितरण किया गया।

 

प्रांताध्यक्ष बनते ही केदार जैन ने प्रदेश के शिक्षकों के हित में सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति, प्रथम नियुक्ति के आधार पर क्रमोन्नति, समस्त रिक्त पदों पर पदोन्नति, पुराना पेंशन की बहाली एवं लंबित अनुकंपा नियुक्ति के मांगों को पूरा कराने के लिए ठोस रणनीति के साथ कार्य करने का अपनी प्रतिबद्धता दोहराया। प्रदेश के शिक्षकों से अपने जायज हक व अधिकार प्राप्ति के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के साथ जुड़ने का आह्वान किया।

ओम प्रकाश बघेल, अर्जुन रत्नाकर, गिरजा शंकर शुक्ला, सोहन यादव, नरोत्तम चौधरी, रूपानंद पटेल, ताराचंद जायसवाल, श्रीमती माया सिंह, सहदेव सोनवानी, सहादत अली, सुभाष शर्मा, विजय राव, मुकुंद उपाध्याय, अमित दुबे, कार्तिक गायकवाड़, बलदेव ग्वाला, श्यामाचरण डनसेना, जितेंद्र सिंह, राकेश शुक्ला, यशवंत देवांगन, प्रमोद पाण्डेय शामिल रहे।

जिलाध्यक्ष सचिन त्रिपाठी (सूरजपुर), संतोष तांडे (जशपुर), हरीश सिन्हा (धमतरी), पवन सिंह (रायपुर), शैलेंद्र तिवारी (बस्तर), विकास सिंह (जांजगीर चम्पा), राज कमल पटेल (रायगढ़), नित्यानंद यादव (कोरबा), विजय धृतलहरे (महासमुंद), अशोक गोटे (कांकेर), संजय महाडिक (गरियाबंद), नारायण देवांगन (सक्ति), मोहन लहरी (मुंगेली), मोहम्मद तबरेज खान (गौरेला पेंड्रा मरवाही), पूरन सिंह देहारी (नारायणपुर) कौशल नेताम (कोडागांव), अरुण जयसवाल (बिलासपुर), के डी वैष्णव (कवर्धा), आशीष वर्मा (बेमेतरा), अशोक जैन (सुकमा), महेंद्र साहू (बलोदाबाजार) शामिल रहे।

विकासखंड अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी:- गोपेश साहू, शरद राठौर, भुनेश्वर सिंह, प्रदीप साहू, सुरेंद्र लहरें, विद्या शर्मा, विनोद साहू, विपिन पांडे, देवेंद्र कृपाल, पूनम सुनहरे, पुनीत मधुकर,राहुल ठाकुर, राजकुमार सिंह, राकेश कुमार दहिया, राखी मौर्य, अमित महोबे, अविनाश दास, बरखा रानी, चंद्र कुमार साहू, कमलेश्वर यादव, कौशल्या साहनी, कुंदन कुमार, ललिता मांझी, मनोज मिस्त्री, नंद लाल देवांगन, नारायणी कश्यप, नीरज सोन, नीलांबर नायक, सरिता निर्मलकर, सत्येंद्र सिंह, सौरभ पटेल, शैलेश बेहरा, शिखा चौबे, शिव कौशिक, चेतराम टंडनज़ छवि सुधाकर, दयाल राय, दिनेश कुमार, डीके पुरानिया, दूजे राम सुमन, रामचरण साहू, शिव कुमार पांडे, सोन सिंह राजपूत, सफेद यादव, सागर शर्मा, गौरांग डनसेना, संतोष कुमार, रामदेव कौशिक, डमरुधर मरकाम, दिनेश साहू, गणेश पाटिल, गिरवर यादव, जयंत सिंह क्षत्री, अभिमन्यु बघेल, रामजीवन नायक, महिपाल दास महंत, राम लखन सिंह, अजय पटनायक, रामचरण साहू, दीनबंधु जयसवाल, आदि सैकड़ों की संख्या में शामिल पदाधिकारी रहे।

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