मध्य प्रदेश

बागियों से बंद कमरे में मुलाकात के बाद जितेंद्र डागा ने वापस लिया नाम, उधर चाचा भतीजे के लिए वापस ले सकते हैं नामांकन, BSP ने नाम वापस लेकर कांग्रेस का किया समर्थन ….

इंदौर मध्य प्रदेश में नाम वापसी का समय खत्म हो गया है। पिछले 24 घंटे में 15 बागियों को कांग्रेस ने मना लिया। वहीं पार्टी के के चार पूर्व विधायक नहीं माने। पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार, सिवनी-मालवा के पूर्व विधायक ओम प्रकाश रघुवंशी को कांग्रेस नहीं मना पाई। वहीं आलोट से पूर्व विधायक प्रेमचंद गुड्डू और गोटेगांव से पूर्व विधायक शेखर चौधरी निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। आखिरी समय तक दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने बागियों को मनाने की कोशिश की। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने एक साथ बैठक कर बागी नेताओं को समझाया। किसी को भोपाल  बुलाया तो किसी फोन पर समझाया गया।

ये राजनीति है और यहां कुछ भी हो सकता है। किसी भी वक्त सियासत की हवा बदल सकती है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि मध्य प्रदेश में आज नाम वापसी का आखिरी दिन है और इस दिन कई बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला है। कांग्रेस की बंद कमरों में बागी नेताओं से मुलाकात काम आ गई है और कई नेताओं ने कांग्रेस के समर्थन में अपना नाम वापस ले लिया है। भोपाल की हुजूर सीट से निर्दलीय पर्चा भरने वाले जितेंद्र डागा मान गए हैं और कांग्रेस के समर्थन में अपना नामांकन वापस ले लिया है। वहीं दूसरी ओर विधायक आरिफ अकील के निवास में बैठक चल रही है जहां बताया जा रहा है कि चाचा अपने भतीजे के लिए नामांकन वापस ले सकते हैं। इसी तरह कांग्रेस से टिकट न मिलने पर BSP से पर्चा भरने वाली रजनी ठाकुर ने कांग्रेस के समर्थन में नाम वापस ले लिया।

नाम वापसी के आखिरी दौर में कांग्रेस काफी हद तक अपने कई बागियों को मनाने में सफल भी हुई है। बंद कमरे में प्रत्याशियों के साथ मुलाकात और चर्चा के बाद निर्दलीय पर्चा भरने वाले प्रत्याशियों ने अपना नामांकन ले लिया है। भोपाल जिले की हुजूर सीट से निर्दलीय नामांकन भरने वाले कांग्रेस से नाराज जितेंद्र डागा मान गए हैं। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी के समर्थन में नामांकन वापस करेंगे। सुबह एक घंटे दिग्विजय सिंह से डागा की बंद कमरे में मुलाकात हुई थी। इस दौरान पार्टी के भोपाल संभाग प्रभारी मनोज कपूर, कांग्रेस प्रत्याशी नरेश ज्ञानचंदानी और कांग्रेस नेता राजकुमार सिंह मौजूद रहे। बता दें की इस सीट से कांग्रेस ने नरेश ज्ञानचंदानी को प्रत्याशी बनाया है।

वहीं दूसरी ओर लक्ष्मी टॉकीज स्थित वरिष्ठ विधायक आरिफ अकील के निवास पर पूरे परिवार की बैठक चल रही है। बताया जा रहा है कि यहां पर चाचा आमिर अकील भतीजे के लिए नामांकन वापस ले सकते हैं। बता दें कि उत्तर विधानसभा से आमिर उम्मीद जता रहे थे कि उन पर भरोसा जताया जाएगा। लेकिन आरिफ ने अपने बेटे आतिफ का नाम आगे कर दिया था। तब से परिवार में ही आपसी फूट हो गई थी।

दमोह में जबेरा विधानसभा क्षेत्र से बीएसपी प्रत्याशी रजनी ठाकुर ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है। कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह लोधी के समर्थन में उन्होंने नामांकन वापस ले लिया। बता दें कि जबेरा से टिकट न मिलने पर रजनी ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इसके बाद वह उन्होंने BSP से पर्चा भर दिया था। हालांकि अब उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में अपना नामांकन वापस ले लिया है।

धार में मनावर विधानसभा चुनाव में बीजेपी पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया।भाजपा के पक्ष में प्रचार करेंगी। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती, भाजपा जिला अध्यक्ष  मनोज सोमानी,डॉ निशांत खरे मौजूद रहे। बता दें कि टिकट न मिलने पर उन्होंने मनावर विधानसभा से निर्दलीय पर्चा भरा था। लेकिन अमित शाह के मनाने के बाद वह मान गई।

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