लेखक की कलम से

जिस देश में पूजीं जातीं हैं नारी, वहां बलात्कार क्यों …

मानवता की जननी कही जाने वाली महिलाओं पर शर्मसार करने वाले हमले आज भी कम नहीं हो रहे हैं। जहाँ नारी को एक तरफ पूजा जा रहा है, तो दूसरी और उसकी इज्जत को सरे आम नीलाम किया जा रहा है। जिस देश में और घर में महिलाओं का सन्मान दिया जाता है, कहते हैं वहां भगवान का वास होता है।

अपने देश में बोलने वाली यह बात कहां सच साबीत हो रही है ..? वैसे देखा जाये तो अन्य देश की तुलना में अपने ही देश में महिलाओं पर बड़ी बेरहमी से अत्याचार किए जाते हैं। महिला, नाबालिग लड़कियां, छोटी छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार फिर उसकी हत्या की घटनाओं मे तेजी से इजाफा हो रहा है। उनकी आबरू तार – तार की जाती है। आज बहुत कुछ बदल रहा है। आने वाली पीढ़ियों में भी बहुत कुछ बदल रहा है। उनके जीने के तरीके बदल रहे हैं, रहणे का ढंग बदला परंतु महिलाओं के बारे में सोचने का तरीका नहीं बदल रहा है।

जो सोच पहले थी वही आज भी है। जब स्त्री पढ लिख के हर क्षेत्र में अपने आप को ऊंचाई पर स्थापित करने लगी है। फिर भी उनकी तरफ देखणे का नजरिया आज भी वही है। दिन दहाडे होणे वाली छेड छाड, बलात्कार सिर्फ शारीरिक तौर पर नहीं,बल्कि शब्दों से भी महिलाओं का शोषण हो रहा है। महिलाओं के खिलाफ होणेवाले बढते अपराध को देखते हुवे आज भी लग रहा है कि देश में किसी भी कोने, किसी भी राज्य में और उनके शहरों व गांवों में भी सुरक्षित नहीं है, यहां तक गर्भ में भी स्त्री महफूज नहीं है।

प्रगति की राह पर चलने का ढिंढोरा पीटने वाले इस देश का घोर दुर्भाग्य यह है कि महिलाओं की हालत बद से बदतर हो रही है। इसके लिए कानूनी व्यवस्था मजबूत करणी चाहिए,सामाजिक जागरूकता भी जरूरी है और महिलाओं के अनुकूल समाज बनाने के लिए लड़कों व मर्दों का प्रशिक्षण भी होना चाहिए। यह भी एक सच्चाई है कि कानून का भय लोगों में नहीं रह गया है। कानून पालन में शिथिलता के कारण भी महिलाओं पर होणेवाले अत्याचार की पुनरावृति हो रही है और अपराधी बेलगाम होते जा रहे हैं।

देश में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार में बढ़ोतरी काफी चिंताजनक है। इस से साफ जाहीर हो रहा है कि अपराधी के मन में पुलिस और कानून व्यवस्था का कोई भी डर नहीं है। यदि अपराधियों को सख्त सजा दी जाएगी तो अत्याचार और बलात्कार की होने वाली पुनरावृति को लगाम लग सकेगा और महिलाएं निर्भय होकर खुले आम जी सकेगी।

 

©हेमलता म्हस्के, पुणे, महाराष्ट्र

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