लेखक की कलम से

खून की मांग……

“खून मांग “कर आजादी के,

सपने को साकार किया ।

सुभाषचंद्र बोस ने आज़ाद,

भारत का निर्माण किया।।

“खून मांग “कर आजादी के,

सपने को साकार किया।

कौन …..भूला पाएगा ।

मातृभूमि के सपूत ने …जो किया।

होकर खड़े अकेले

“आजाद हिंद ”

सेना को साकार किया।।

“खून मांग “कर आजादी के,

सपने को साकार किया।

भीख में नहीं मिलती आजादी।

जीवन देकर यह आह्वान किया।।

अपने खून के कतरे -कतरे को ,

आज़ाद भारत के नाम किया।।

©प्रीति शर्मा, सोलन हिमाचल प्रदेश 

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