लेखक की कलम से

सृजन प्रकृति का …

 

सृजन प्रकृति का

मनमोहक है बड़ा,

इंद्रधनुषी रंगों से सजा,

ये दृश्य प्रकृति का,

मनमोहक है बड़ा,

ये नदियां अल्हड़ बाला सी,

अठखेलियां करती हुई,

ये ऊंचे ऊंचे पहाड़

उसे प्यार से निहारते हुए,

ये मदमस्त हवाएं पेडो के

आंचल को उड़ाते हुए,

ये झरनों की फुहारे,

ये बादलों का गर्जन,

फिर घनघोर बारिश,

यह चंदा लगे आकाश

के झरनों से नहाकर बादलों संग

आंख मिचोली खेलता हुआ,

सृजन प्रकृति का

मनमोहक है बड़ा,

ये रंग बिरंगी चिड़ियां,

जैसे ईश्वर ने बैठकर

शांति से बनाया हो इसे,

बच्चे ये प्यारे-प्यारे,

फूल ये रंग-बिरंगे,

ये रंग विरंगी तितलियां,

सृजन प्रकृति का

मनमोहक है बडा |

 

©पूनम सिंह, गुरुग्राम, हरियाणा

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