धर्म

religion

  • मकर संक्रांति के पर्व पर गंगासागर में साढ़े तीन लाख से ज्यादा हिन्दुओं ने लगाई डुबकी, संक्रमण फैलने का बढ़ा डर …

    कोलकाता। मकर संक्रांति के पर्व पर शुक्रवार को गंगासागर में साढ़े तीन लाख से अधिक हिन्दुओं ने डुबकी लगाई। इस दौरान अधिकारी कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर जांच करते नजर आए। गंगासागर तट पर एक साथ लाखों लोगों के एकत्र होने से कोरोना के नए वैरिएंट का देशभर में तेजी से फैलने का अनुमान लगाया जा रहा है। मोदी सरकार की अपील को धता…

  • खुदके बनाए दुश्मनों से राहत चाहती हैं कंगना रनौत! न्यू ईयर में राहु-केतु मंदिर जाकर यूं टेका माथा …

    नई दिल्ली। बॉलीवुड की सबसे विवादित एक्ट्रेस कंगना रनौत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और अपनी निजी जिंदगी की झलकियां फैंस के साथ शेयर करती रहती हैं। कंगना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर मंदिर में पूजा करते हुए अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की हैं जिनके कैप्शन में उन्होंने लिखा, ‘पूरी दुनिया में सिर्फ एक ही राहु केतु मंदिर है। ये तिरुपति बालाजी के काफी करीब है। वहां जाकर थोड़ी…

  • वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़, कोरोना की तीसरी लहर आने का संभावित खतरा बढ़ा, हादसे में बचे श्रद्धालुओं का फूटा श्राइन बोर्ड पर गुस्सा ….

    कटरा । मोदी सरकार के तमाम प्रयासों व चेतावनियों के बाद भी कोरोना गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन नहीं किया जा रहा है। इसी क्रम में वैष्णो देवी मंदिर में अव्यवस्था, कुप्रबंधन से भगदड़ मच गई। वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ के चलते हुए भीषण हादसे के लिए प्रत्यक्षदर्शियों और दुर्घटना में बाल-बाल बचे श्रद्धालुओं ने श्राइन बोर्ड पर ठीकरा फोड़ा है। मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने कहा…

  • किताबें बांट कर सांता ने क्रिसमस पर दिया विद्यार्थीयों को ज्ञान का उपहार …

    सोलन (हिमाचल प्रदेश )। बी. एम. जैन पब्लिक स्कूल नालागढ़ में लीक से हटकर  क्रिसमस का त्यौहार मनाया गया। आज का युग जहां  ग्लोबलाइजेशन के कारण  विश्व  का हर देश दूसरे देश के साथ जुड़ा हुआ है। भारतीय समाज में  अक्सर कई पाश्चात्य त्योहारों को लेकर विवाद खड़ा होता आया है। एक नई पहल के चलते  पाश्चात्य संस्कृति को भारतीय सभ्यता के साथ जोड़ते हुए। बी एम जैन स्कूल की…

  • सूर्य देव की विशेष कृपा से आने वाले 29 दिनों तक इन राशियों के जातकों का खूब चमकेगा भाग्य…

    आज सूर्य देव ने वृश्चिक राशि से धनु राशि में प्रवेश कर लिया है। ज्योतिष में सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है। सूर्य के शुभ होने पर व्यक्ति का भाग्योदय हो जाता है। सूर्य देव 16 दिसंबर से 14 जनवरी 2021 तक धनु राशि में ही विराजमान रहेंगे। सूर्य को आत्मा, पिता, मान- सम्मान, सफलता, प्रगति एवं सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र में उच्च सेवा का…

  • साल का आखिरी पूर्णिमा आज, जानें पूजा- विधि और शुभ मुहूर्त…

    हिंदू धर्म में पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व होता है। मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा साल की अंतिम पूर्णिमा होती है। हर साल दिसंबर माह में ही मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा पड़ती है। पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों…

  • पंचांग से जानें आज के शुभ मुहूर्त, न करें यह काम…

    17 दिसंबर, शुक्रवार, 26 मार्गशीर्ष (सौर) शक 1943, 3 पौष मास प्रविष्टे 2078, 12 जमादि-उल-अव्वल सन् हिजरी 1443, मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्दशी अहोरात्र (दिन-रात), कृत्तिका नक्षत्र प्रात: 10.40 बजे तक उपरांत रोहिणी नक्षत्र, सिद्ध योग प्रात: 8.13 बजे तक तदनंतर साध्य योग, गर करण, चंद्रमा वृष राशि में (दिन-रात)। पिशाच मोचन चतुर्दशी। काशी में पिशाच मोचन पर पार्वण श्राद्ध करने से पिशाच योनि से मुक्ति मिलती है। सूर्य दक्षिणायन। सूर्य दक्षिण…

  • खरमास 2021 -2022 : सूर्यदेव इन राशियों पर एक महीने तक बरसाएंगे कृपा…

    मार्ग शीर्ष शुक्ल पक्ष त्रयोदशी 16 दिसम्बर 2021 दिन गुरुवार को दिन में 2:27 बजे, ग्रहो में राजा की पदवी प्राप्त सूर्य देव का गोचरीय संचरण मूल नक्षत्र एवं धनु राशि मे प्रारम्भ होगा। इसी के साथ खरमास हो जाएगा आरम्भ। विवाह आदि के लिए शुभ मुहूर्तों का अभाव हो जाएगा। अपनी बारह संक्रांतियों के दौरान जहाँ सूर्य वर्ष में एक बार एक माह के लिए अपनी उच्च स्थिति में…

  • इस राशि वाले जातकों के वैवाहिक जीवन में होती परेशानी, जानें क्या है वजह…

    हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार व्यक्ति के हाथ में दो तरह के मंगल क्षेत्र होते हैं। जीवन रेखा के अंदर और शुक्र पर्वत के ऊपर वाला क्षेत्र निम्न जबकि चंद्र पर्वत के ऊपर उच्च मंगल का क्षेत्र होता है। ज्योतिष में मंगल को साहस का प्रतीक माना गया है। यदि मंगल पर्वत उठा हुआ और अच्छी स्थिति में हो तो इस तरह के लोग गलत बातों को स्वीकार नहीं करते और…

  • चंद्र पर्वत उन्नत होने से मन रहता शांत, कहलाते हैं शिव भक्त…

    हाथ में चंद्र पर्वत मन का कारक माना गया है। एकाग्रता और व्यसन का कारक भी चंद्रमा को माना गया है। हाथ में चंद्र पर्वत उभरा हुआ होता है, लेकिन यदि हाथ में चंद्र पर्वत बहुत अधिक स्थिति में उठा हुआ तो इसे शुभ नहीं माना जाता है। सामान्य स्थिति में ही चंद्र पर्वत को शुभ माना गया है जबकि दबा हुआ चंद्र पर्वत अशुभ माना जाता है। यदि चंद्र…

  • साल 2021 का अंत इन राशियों के लिए रहेगा बेहद शुभ और फलदायी, गुरु कृपा से बनेंगे सभी बिगड़े काम…

    ज्योतिष में देवगुरु बृहस्पति को विशेष स्थान प्राप्त है। देवगुरु बृहस्पति को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह कहा जाता है। बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। इस समय देवगुरु बृहस्पति कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे। देवगुरु बृहस्पति के शुभ होने पर व्यक्ति का भाग्योदय हो जाता है।…

  • इन तारीखों में जन्मे लोगों के लिए वरदान के समान है यह 16 दिन, करेंगे नई शुरुआत, मिलेंगे शुभ समाचार…

    ज्योतिष शास्त्र की तरह अंक ज्योतिष से भी जातक के भविष्य, स्वभाव और व्यक्तित्व का पता लगता है। जिस तरह हर नाम के अनुसार राशि होती है उसी तरह हर नंबर के अनुसार अंक ज्योतिष में नंबर होते हैं। अंकशास्त्र के अनुसार अपने नंबर निकालने के लिए आप अपनी जन्म तिथि, महीने और वर्ष को इकाई अंक तक जोड़ें और तब जो संख्या आएगी, वही आपका भाग्यांक होगा। उदाहरण के…

  • मोक्षदा एकादशी का व्रत दिलाएगा विकारों, विकर्मों और पापों से मुक्ति, भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न…

    मोक्षदा का अर्थ है मोक्ष दायक। एकादशी अर्थात एक ही दशा और स्थिति में रहना। व्रत यानी किसी भी शुभ कार्य व धार्मिक अनुष्ठान का विधिपूर्वक पालन करने का दृढ़ संकल्प करना। इन्ही संकल्प और भावनाओं के साथ मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष एकादशी को विशेष व्रत रखा जाता है, जिसे मोक्षदा एकादशी व्रत कहते हैं। इससे व्यक्ति को सारे विकारों, विकर्मों और पापों से मुक्ति मिलती है। वह गुणवान,…

  • हाथ की इस रेखा से ठप हो जाता है काम-धंधा…

    हस्तरेखा विज्ञान में राहु रेखाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। जो रेखाएं राहु के क्षेत्र से गुजरती हों और आड़ी भी हों वे राहु रेखाएं होती हैं। राहु रेखाएं व्यक्ति के जीवन में समस्याएं पैदा करती हैं। इसी कारण से राहु रेखाएं परेशानी की रेखा भी कही जाती हैं। यदि राहु रेखाएं जीवन रेखा को नहीं छू रही हैं तो ये परेशानी की रेखाएं होती हैं।…

  • इन राशि के जातकों के लिए खुशियों से भरा होगा नया साल…

    साल 2022 की शुरुआत में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। हर कोई चाहता है कि आने वाला साल इस साल से बेहतर और अच्छा हो। ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों की चाल से भविष्य का अनुमान लगाया जाता है। ग्रहों की चाल का सीधा प्रभाव व्यक्ति के जीवन में पड़ता है। साल 2022 में ग्रहों की चाल से कुछ राशि वालों को शुभ परिणाम मिलेंगे। इन राशि वालों के लिए…

  • आज इस राशि के जातक निवेश में बरते सावधानी, हो सकता है बड़ा नुकसान…

    आज चंद्रमा मीन राशि (बृहस्पति शासित) में रहेगा। यह रेवती नक्षत्र (बुध द्वारा शासित) में स्थिति रहेगा। दिन में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि बनी रहेगी जो कि व्यापार विस्तार और वृद्धि के लिए शुभ माना जाती है। मेष, कर्क, वृश्चिक और मकर राशि वालों को सक्रिय रहना चाहिए और अपने लक्ष्यों को पूरा करना चाहिए। सिंह, तुला और कुम्भ राशि वालों को किसी नए निवेश को लेकर सावधानी बरतनी…

  • हथेली में ऐसी रेखाएं होने से पानी की तरह बह जाता हैं जातक का पैसा…

    नई दिल्ली। हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक जीवन में सफल होने के लिए किस्मत के साथ-साथ पैसों का भी अहम स्थान है. इंसान की हथेली में भाग्य, स्वास्थ्य और धन से संबंधित रेखाएं होती है. हथेली की इन रेखाओं को देखकर भविष्य के बारे में पता चलता है. हथेली कुछ रेखाएं जीवन में पैसों की तंगी का संकेत देते हैं. जिनकी हथेली में ऐसी रेखाएं होती हैं उनके पास पैसा नहीं…

  • इन राशियों का भाग बदलने वाले देवगुरू बृहस्पति, जानिए कौन-कौन सी है वह राशियां…

    नई दिल्ली। देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है। देवगुरु  बृहस्पति को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह कहा जाता है। बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। इस समय देवगुरु बृहस्पति कुंभ राशि में विराजमान हैं। देवगुरु बृहस्पति के शुभ होने पर व्यक्ति का भाग्योदय हो…

  • 14 दिसम्बर को मनाया जाएगा गीता जयंती, जानिए क्या है इन श्लोक का महत्व…

    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मार्गशीर्ष माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन कुरुक्षेत्र में अर्जुन को भगवान कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था। तभी से मार्गशीर्ष माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी पर गीता जयंती मनाई जाती है। श्रीमद्भगवद्गीता दुनिया का सबसे श्रेष्ठ ग्रंथ है। इस ग्रंथ का पाठ करने वाला व्यक्ति जीवन में कभी भी परेशान नहीं हो सकता है। श्रीमद्भगवद्गीता का अनुसरण करने वाले व्यक्ति को…

  • इस कथा का पाठ करने से रहती हैं मां दुर्गा हमेशा मेहरबान…

    हिंदू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में एक बार शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा अष्टमी मनाई जाती है। इस दिन विधि- विधान से मां दुर्गा की पूजा- अर्चना की जाती है। आज मार्गाशीर्ष माह की मासिक दुर्गाष्टमी है। मासिक दुर्गाष्टमी पर व्रत कथा का पाठ अवश्य करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार व्रत कथा का पाठ करने से मां दुर्गा प्रसन्न…

  • नए साल से पहले जान लें ये बेहद जरूरी बातें, सफलताएं आपकी कदम चूमेंगी…

    2022 शुरू होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं. लोग इस साल को बेहतर से बेहतर बनाने के लिए योजनाएं बना रहे हैं, नए संकल्‍प ले रहे हैं. ताकि वे खूब सफलता पा सकें और आरामदायक जीवन जी सकें. यदि आप भी ऐसा चाहते हैं तो इसमें चाणक्‍य नीति आपके बहुत काम आ सकती है क्‍योंकि आचार्य चाणक्‍य ने कुछ ऐसी बातें बताई गईं हैं, जिन्‍हें अपना लिया जाए…

  • बुध का धनु राशि में गोचर, पढ़ें मेष से लेकर मीन राशि का राशिफल…

    ज्योतिष में बुध को विशेष स्थान प्राप्त है। बुध को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्रता के कारक ग्रह कहा जाता है। आज बुध देव ने वृश्चिक राशि से धनु राशि में प्रवेश कर लिया है। बुध देव 29 दिसंबर 2021 तक धनु राशि में विराजमान रहेंगे। बुध के राशि परिवर्तन करने से सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। कुछ राशियों को शुभ तो कुछ राशियों को अशुभ फल की…

  • इन राशि वालों पर नहीं आता कोई संकट, बजरंगबली करते हैं इनकी रक्षा…

    बजरंगबली इस कलयुग में जागृत देव हैं। माता सीता ने हनुमान जी को अजर- अमर रहने का वरदान दिया है। जिस व्यक्ति पर हनुमान जी की कृपा होती है उसे जीवन में किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है। हनुमान जी अपने भक्तों का संकट पल भर में दूर कर देते हैं। जो भी व्यक्ति नित्य हनुमान चालीसा…

  • मार्गशीर्ष माह की षष्ठी तिथि आज, जानें आज का सबसे उत्तम मुहूर्त और राहुकाल का समय…

    मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष षष्ठी, आनन्द संवत्सर विक्रम संवत 2078, शक संवत 1943 (प्लव संवत्सर),मार्गशीर्ष। षष्ठी तिथि 9 दिसंबर रात्रि 7 बजकर 53 मिनट तक उपरांत सप्तमी। नक्षत्र धनिष्ठा 9 दिसंबर रात्रि 9 बजकर 51 मिनट तक उपरांत शतभिषा। व्याघात योग सुबह 10 बजकर 28 मिनट तक, उसके बाद हर्षण योग। करण कौलव सुबह 8 बजकर 34 मिनट तक, बाद तैतिल रात्रि 07 बजकर 53 मिनट तक, बाद गर। चंद्रमा सुबह…

  • विवाह पंचमी पर हुआ था भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह, नोट कर लें पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व…

    नई दिल्ली। भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह महोत्सव मार्गशीष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्रीराम और माता सीता का  विवाह हुआ था। हर साल मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को राम विवाह महोत्सव मनाया जाता है। इस दिन को विवाह पंचमी के नाम से भी जानते हैं। इस साल विवाह पंचमी या श्री…

Back to top button