धर्म

इस राशि वाले जातकों के वैवाहिक जीवन में होती परेशानी, जानें क्या है वजह…

हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार व्यक्ति के हाथ में दो तरह के मंगल क्षेत्र होते हैं। जीवन रेखा के अंदर और शुक्र पर्वत के ऊपर वाला क्षेत्र निम्न जबकि चंद्र पर्वत के ऊपर उच्च मंगल का क्षेत्र होता है। ज्योतिष में मंगल को साहस का प्रतीक माना गया है। यदि मंगल पर्वत उठा हुआ और अच्छी स्थिति में हो तो इस तरह के लोग गलत बातों को स्वीकार नहीं करते और उनका विरोध करते हैं, लेकिन यदि उच्च मंगल पर्वत बहुत अधिक ऊंचा उठ गया हो तो ऐसा व्यक्ति सेना में बहुत जल्दी प्रगति करता है। हालांकि अत्यधिक उच्च स्थिति में उठा हुआ उच्च मंगल गलत प्रभाव देता है। यह व्यक्ति को अत्यधिक क्रोध दिलाता है। इस तरह के लोग क्रोध में अपराध तक कर जाते हैं।

ज्योतिष में दबा हुआ उच्च मंगल का क्षेत्र व्यक्ति में कायरता पैदा करता है। इस तरह के लोग खुद जिम्मेदारी नहीं ले पाते। उनके साहस में कमी दिखाई देती है। निम्न मंगल व्यक्ति के आंतरिक साहस को प्रदर्शित करता है। निम्न मंगल का पर्वत आत्मविश्वास को दर्शाता है।

यदि यह पर्वत उठा हुआ है तो वह आत्मविश्वासी होता है, लेकिन यदि निम्न मंगल दबा हुआ है तो व्यक्ति फिर डरपोक हो जाता है। यदि निम्न मंगल शुक्र पर्वत की ओर खिसक जाता है तो यह कूटनीति में कुशलता को दर्शाता है, लेकिन यह स्थिति विवाद की स्थिति को भी पैदा कर देती है। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार यदि निम्न मंगल पर बहुत अधिक कटी-फटी रेखाएं हैं तो यह एक प्रकार का दोष है और वैवाहिक जीवन में परेशानी उत्पन्न करता है।

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