मध्य प्रदेश

सैलून पर कटिंग कराते हुए घूस ले रहा रिश्वतखोर पकड़ाया, ईओडब्ल्यू की कार्रवाई

मुरैना। मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों के पकड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी है। ताजा मामला मध्यप्रदेश के मुरैना जिले का है, जहां गुरुवार को कैलारस के खेरली गांव में पदस्थ रोजगार सहायक को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। ग्वालियर ईओडब्ल्यू की टीम ने उप सरपंच की शिकायत पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। रिश्वतखोर रोजगार सहायक एक सैलून पर कटिंग करा रहा था और उसने वहीं पर उप सरपंच को रिश्वत के रुपए लेकर बुलाया। जैसे ही उसने रिश्वत ली तो ईओडब्ल्यू की टीम ने सैलून पर ही रिश्वतखोर रोजगार सहायक को रंगेहाथों पकड़ लिया।
नाडेप पिट के भुगतान के लिए उप सरपंच से मांगी थी रिश्वत
जानकारी के अनुसार उप सरपंच देवेश शर्मा ने पुराने कार्यकाल में दो नाडेप पिट पंचायत क्षेत्र में बनवाए थे। उसका 50 हजार रुपए का भुगतान होना था और इसी भुगतान के लिए उसने रोजगार सहायक से संपर्क किया तो रोजगार सहायक दुर्गेश शर्मा ने भुगतान करने के एवज में 12 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड की। जिसकी शिकायत उप सरपंच देवेश शर्मा ने 4 दिसंबर को ईओडब्ल्यू ग्वालियर में की। वहां उसको टेपरिकॉर्डर दिया गया था। जिसमें फरियादी देवेश ने रोजगार सहायक दुर्गेश शर्मा के साथ हुई पैसों के लेन-देन की बात रिकॉर्ड कर ली। इसके बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने 8 दिसंबर को फरियादी देवेश को रोजगार सहायक दुर्गेश को रिश्वत देने के लिए भेजा।
नाई की दुकान पर ले रहा था रिश्वत
फरियादी देवेश ने रिश्वत के पैसे देने के लिए रोजगार सहायत दुर्गेश शर्मा को फोन किया तो उसने पैसे लेकर कैलारस नगर पंचायत के पास नाई की दुकान पर बुलाया। रोजगार सहायक वहां कटिंग करवा रहा था। फरियादी ने जैसे नाई की दुकान पर सात हजार रुपए रोजगार सहायक को दिए तभी वहां आसपास सिविल ड्रेस में खड़ी ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे पकड़ लिया। पुलिस आरोपी को कैलारस थाना लेकर पहुंची, वहां उसके हाथ धुलवाए तो उसके हाथ लाल हो गए।

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