मध्य प्रदेश

लोकायुक्त संगठन में बड़ा फेरबदल: 6 माह में ही डीजी कैलाश मकवाना को हटाया, सीएम के ओएसडी योगेश चौधरी को सौंपी कमान

नक्सल विरोधी अभियान से साजिद फरीद शापू को हटाकर आईजी एसएएफ पीएचक्यू बनाया

योगेश चौधरी (बाएं) एवं कैलाश मकवाना (दाएं)

भोपाल। राज्य सरकार ने प्रदेश के भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कसने वाले लोकायुक्त संगठन में बड़ा फेरबदल किया गया है। डीजी कैलाश मकवाना को महज 6 महीने में ही वह भी वह भी चुनाव से पहले हटा दिया गया। उनकी जगह सीएम के ओएसडी योगेश चौधरी को इसकी कमान सौंपी गयी है। लोकायुक्त में हुए फेरबदल को लेकर अब कई बड़े सवाल भी खड़े हो रहे हैं। क्योंकि, लोकायुक्त में महाकाल कॉरिडोर में हुए भ्रष्टाचार की जांच भी चल रही है। इसके अलावा मकवाना के आने के बाद भ्रष्टाचारी अधिकारियों पर शिकंजा कसा जा रहा था। ऐसे में इतनी जल्दी उन्हें हटा देने से सवाल उठना लाजिमी है।

सरकार ने लोकायुक्त संगठन के प्रमुख डीजी कैलाश मकवाना के साथ एडीजी केटी वाइफे को भी हटा दिया गया है। कैलाश मकवाना की जगह लोकल संगठन की कमान सरकार ने मुख्यमंत्री के ओएसडी योगेश चौधरी को सौंपी है। डीजी कैलाश मकवाना को फिर पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन का चेयरमैन बनाकर भेज दिया गया। वहीं, एडीजी केटी वाइफे को एडीजी कॉपरेटिव फ्रॉड पीएचक्यू बनाया गया है। आईजी नक्सल विरोधी अभियान साजिद फरीद शापू को हटाकर आईजी एसएएफ पीएचक्यू बनाया गया है।

ट्रांसफर से खड़े हो रहे कई बड़े सवाल

ज्ञात हो कि कैलाश मकवाना को अभी लोकायुक्त की कमान संभाले 6 महीने का वक्त ही हुआ था। इस दौरान उन्होंने भ्रष्ट सरकारी अधिकारी कर्मचारियों पर लगातार छापे की कार्रवाई की। इसके लिए उन्होंने अपने स्टाफ को फ्री हैंड दे रखा था। इसके अलावा उनके कार्यकाल में महाकाल कॉरिडोर में भ्रष्टाचार के मामले की जांच भी शुरू की गई थी। ऐसे में मकवाना के ट्रांसफर से कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।

ट्रांसफर पर मकवाना ने किया ट्वीट…

ट्रांसफर होने पर डीजी कैलाश मकवाना ने ट्वीट कर अपने 6 महीने का कार्यकाल पूरा होने का जिक्र किया। उन्होंने ट्वीट में हाथ जोड़ने का साइन भी दिखाया। कैलाश मकवाना ने ट्वीट में लिखा ‘एसपीई लोकायुक्त में डीजी के पद पर आज छह माह पूरे हुए, स्थानांतरित…’

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