मध्य प्रदेश

भोपाल के बैरसिया में मिड-डे मील खाने के बाद एक दर्जन बच्चों की तबीयत बिगड़ी, एसडीएम ने समूह को किया सस्पेंड

भोपाल। जिले के एक सरकारी स्कूल में मिड-डे मील खाने के बाद करीब एक दर्जन से अधिक बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। सभी को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद शनिवार को एसडीएम ने स्कूल का निरीक्षण किया। इसमें बच्चों को बासी कढ़ी और पूड़ी परोसने का खुलासा हुआ है। भोजन सप्लाई करने वाले समूह द्वारा अक्सर खराब खाना देने की शिकायतें भी सामने आईं। इस पर फिलहाल, एसडीएम ने खाना बनाने वाले समूह को सस्पेंड कर दिया है और सोमवार से नए समूह को खाना बनाने के आदेश दिए हैं। वहीं, पुलिस द्वारा भी मामले की जांच की जा रही है। मामला बैरसिया के शासकीय प्राथमिक स्कूल भैंसोदा का है।

एसडीएम आदित्य जैन के अनुसार दोपहर में बच्चों ने मिड-डे मील खाया था। उसके बाद एक के बाद एक करीब दर्जनभर से ज्यादा बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चों को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां से इलाज पश्चात अधिकांश बच्चों को छुट्‌टी दे दी गई। एसडीएम ने बताया कि दो दिन पहले मिड डे मील खाने के बाद कुछ बच्चों के बीमार होने की शिकायत सामने आई थी। एक बच्ची बैरसिया, तो दूसरी बच्ची को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। समूह की गतिविधियां सही नहीं पाए जाने के बाद समूह को सस्पेंड कर दिया है। नए समूह को खाना देने के लिए बोला है। वहीं, थाना प्रभारी को निर्देशित किया है कि जो भी इस मामले में दोषी पाए जाते हैं, उनके विरुद्ध केस दर्ज किया जाए। उन्होंने बताया कि एक टीम बनाई जाएगी, जो बैरसिया के मिड-डे मील वितरण का निरीक्षण करेगी और जहां भी गड़बड़ी मिलेगी, उस पर कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, मामला सामने आने के बाद शनिवार को जिला पंचायत की टीम ने भी अस्पताल और स्कूल का निरीक्षण किया। निरीक्षण में बच्चों के खाने को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आई हैं। भैंसोदा के जिस स्कूल में बच्चे खाना खाते हैं, वहां पर जांच टीम के को कुत्ता घूमते मिला। यहां अकसर यही हाल रहता है। ऐसे में बच्चों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जांच टीम को स्कूल के शिक्षकों ने बताया कि कई बार बैरसिया के मिड डे मील प्रभारी योगेश सक्सेना से खराब खाने को लेकर शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। दूसरी ओर बैरसिया थाना प्रभारी गिरीश त्रिपाठी ने बताया कि अभी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। इसलिए मामले में एफआईआर नहीं हुई है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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