छत्तीसगढ़पेण्ड्रा-मरवाही

बिजली की समस्या को लेकर अमित जोगी बैठे आमरण अनशन पर, शासन-प्रशासन को लगा करंट …

गौरेला। जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मरवाही क्षेत्र के पूर्व विधायक अमित जोगी आज से यहां आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। जिले में बिजली कटौती से लोग त्रस्त हैं। ऐसे में विधानसभा उप-चुनाव के ठीक पहले जोगी कांग्रेस को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। इस आंदोलन को बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोगों ने सहमति दी है।

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद रिक्त हुए मरवाही विधानसभा अबकी बार राजनीति का बड़ा अखाड़ा रहेगा। भूपेश सरकार ने इस जिले के लिए खजाना खोल रखा है। लगातार विकास के कार्य करोड़ों में स्वीकृत हो रहे हैं। जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल मरवाही उपचुनाव को अपनी प्रतिष्ठा मानकर यहां बैठे हुए हैं। ऐसे में बिजली कटौती एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। पिछले सप्ताहभर से अमित जोगी यह कहते आ रहे हैं कि बिजली की समस्या दुरूस्थ नहीं हुई तो वे आमरण अनशन करेंगे। तीन दिन का अल्टीमेटम भी कल समाप्त हो गया। आज 24 सितंबर से वे गौरेला में आमरण अनशन पर बैठ गए।

दिल्ली बुलेटिन से बातचीत में अमित जोगी ने कहा कि मरवाही में बिजली कटौती ने विकराल रूप धारण कर लिया है। 24 घंटों में मात्र 2-3 घंटे ही बिजली रहती है।जितना राज्य सरकार का पूरे छत्तीसगढ़ में कोरोना से लड़ने के लिए कुल बजट है, उस से 4 गुना ज़्यादा की तो वो अकेले मरवाही में- मेरे पिता जी के स्वर्गवास के बाद- घोषणाएँ कर चुकी है। इन चुनावी घोषणाओं का क्या मतलब जब सरकार यहाँ के लोगों को बिजली जैसी मूलभूत सुविधा देने में विफल है? मुख्यमंत्री खुद बिजली विभाग के भी मंत्री हैं लेकिन पिछले 20 सालों में मरवाही में कभी भी इतना अंधेरा नहीं छाया है।

 

बिजली कटौती के संबंध में आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि एक सब स्टेशन में फाल्ट होने के कारण दुरूस्थ करने में समय लग रहा है। मध्यप्रदेश से बिजली लेने का प्रयास किया गया लेकिन सफल नहीं हुए। मरवाही में बिजलीं का बहुत रोना है और आये दिन यहाँ लाइट 3-3 घंटे बन्द रहती है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि कोटमी के ट्रांसफार्मर में प्रॉब्लम आ गया है इस कारण ये लाइट सप्लाई नहीं हो पा रही है। अब जबकि मनेंद्रगढ़ से बिजली को जिले में जोड़ा गया है, फिर भी पर्याप्त नहीं है। स्थिति यह है कि पीने के पानी और मोबाइल चार्ज करने में भी लोगों को परेशानी हो रही है। बारिश बंद होने के बाद गर्मी बहुत तेज है। शहर और गांव के लोग परेशान हैं। लगातार जोगी कांग्रेस के कई बड़े कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में अमित जोगी का यह आंदोलन राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है।

अमित जोगी के साथ जोगी कांग्रेस के जो लोग आज आमरण अनशन पर नजर आए उसमें जिला अध्यक्ष शिव नारायण तिवारी, जोगी कांग्रेस के नेता प्रताप भानु, जुबेर अहमद, रामनिवास तिवारी सहित सैकड़ों जेसीसी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

Back to top button