नई दिल्ली

भाजपा छोड़ने के बाद बाबुल सुप्रियो आज सांसद पद से भी देंगे इस्तीफा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिला वक्त …

नई दिल्ली। भाजपा के पूर्व नेता बाबुल सुप्रियो औपचारिक रूप से लोकसभा की सदस्यता से आज इस्तीफा देंगे। बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद करीब एक महीने बाद एक ट्वीट कर यह ऐलान किया।  बाबुल सुप्रियो दो बार आसनसोल लोकसभा सीट से 2014 में और 2019 में चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। बाबुल सुप्रियो मोदी मंत्रालय में केंद्रीय राज्यमंत्री भी बने पर स्थितियां सही नहीं रहीं। कैबिनेट फेरबदल के दौरान बाबुल सुप्रियो से मंत्री पर छीन लिया गया। उसके बाद बाबुल सुप्रियो ने रातों-रात भाजपा छोड़ने की घोषणा कर दी। इसके चंद दिनों बाद ही वो टीएमसी में पहुंच गए।

पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए वक्त देने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को धन्यवाद दिया। बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट किया, एक लोकसभा सदस्य के रूप में औपचारिक रूप से इस्तीफा देने के उद्देश्य से मुझे मंगलवार सुबह 11 बजे का अपना समय देने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को धन्यवाद।

बाबुल सुप्रियो ने बताया कि वह अब भाजपा का हिस्सा नहीं हूं। पश्चिम बंगाल में आसनसोल से दो बार के लोकसभा सदस्य रहे बाबुल सुप्रियो ने राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी में पहुंचने के दो दिन बाद यानी कि 20 सितंबर को ओम बिरला को चिट्ठी लिखी कि वह लोकसभा सदस्य के तौर पर औपचारिक रूप से इस्तीफा देने के लिए वक्त दिये जाने का निवेदन किया था।

विरोधियों पर वार कर अतीत की दिलाई याद बाबुल सुप्रियो ने अपने विरोधियों पर हमलावर होते हुए उन्हें भाजपा के साथ अपने अतीत की याद दिलाई। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि केवल एक प्रश्न ‘एम्प्लॉयड ट्रोल’ से करना चाहता हूं। जो खास तौर पर अपने घरों से मेरे खिलाफ हमला बोल रहे हैं। आप सभी उस वक्त कहां थे, जब मैं 2014 से भाजपा के लिए जंग लड़ रहा था? ये लोग अपनी अंतरात्मा से प्रश्न करें कि किसने किसकी पीठ में छुरा घोंप दिया है।

बाबुल सुप्रियो ने कहा कि सिर्फ होने पर ही वह सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट करते हैं। केवल ये लोग पहले की दो टिप्पणियों पर गौर कर लें। बंगाल की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी में पहुंचने पर बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि उन्हें एक अच्छा मौका दिया गया है। क्योंकि वह टीएमसी में पहुंच गए हैं। इस कारण आसनसोल लोकसभा सीट पर बने रहने का उनका कोई हक नहीं है। वह आसनसोल के कारण सियासत में आए। साथ कहा कि वह उस लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए सदैव प्रयास करते रहेंगे।

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