छत्तीसगढ़

आरती साहू के साहस से समाज के लोग हुए कायल, आखिर सतीश के साथ हुआ पाणीग्रहण

अभनपुर। ग्राम संकरी अभनपुर के साहू परिवार के लड़के से ग्राम सुरसाबांधा के सरजू साहू की पुत्री आरती से विवाह तय हुआ था। दूल्हा समेत बाराती नशे में चूर होकर दुल्हन के घर पहुंचे और वहां उपस्थित लोगों से मारपीट करने लगे। जिसे देखकर दुल्हन आरती साहू ने साहस भरा फैसला लेते हुए शादी करने से साफ मना कर दिया। बारात बिना दुल्हन बैरंग लौट गई। सामाजिक बैठक में फैसला दुल्हन के पक्ष में आया। इसके बाद वहां उपस्थित सतीश साहू ने दुल्हन से शादी करने की इच्छा जताई, जिसके बाद सामाजिक रीति-रिवाज से दोनों का विवाह संपन्न कराया गया।

जानकारी के अनुसार ग्राम संकरी से बारात ग्राम सुरसाबांधा सामाजिक भवन पहुंची। जैसे ही बारात दुल्हन के घर के सामने पहुंची तो बाराती नशे में चूर होकर आपस में लड़ने लगे। बारातियों ने लड़की पक्ष के सरजू, प्रभु, बिसरू साहू और घरवालों से भी मारपीट करने लगे। फिर भोजन को लेकर बराती फिर से लड़ने लगे। मेहमानों के साथ यह नजारा दुल्हन आरती साहू घर की छत पर चढ़ कर देख रही थी। दुल्हन आरती साहू ने अपने भावी दूल्हे को नशे में चूर देखा जो अपने पैरों पर ठीक ढंग से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। दूल्हा के साथ आए बाराती दुल्हन के परिजन से मारपीट कर रहे थे। यह सब देखकर दुल्हन ने ग्राम सुरसाबांधा के नशेड़ी युवक सरजू साहू से विवाह करने से मना कर दिया। जिसके बाद बारात बिन दुल्हन वापस घर लौट गई।

सरजू साहू सुरसाबांधा ने न्याय पाने समाज में आवेदन किया। कोपरा परिक्षेत्र और अभनपुर परिक्षेत्र के साहू समाज एवं जिला तथा राज्य स्तर पर सामाजिक बैठक ग्राम सुरसाबांधा के भवन में रखा गया। जहां सामाजिक पदाधिकारियों में भुनेश्वर साहू जिलाध्यक्ष, लाला साहू, प्रताप साहू, डा. भारत साहू, डा. टोमन साहू, रेवा राम साहू, महेंद्र साहू, तीजम साहू, सदारम साहू, नंद साहू, नंदकुमार साहू, गिरधारी साहू, जोहनू राम साहू, संतोष कुमार साहू, मदन लाल साहू, शत्रुघ्न लाल साहू, उदेराम साहू, ओम प्रकास साहू, चुम्मन साहू, जय प्रकाश साहू, तुलसी साहू आदि ने मामले को सुनने के बाद दोनों पक्षों को स्वतंत्र कर दिया और फैसला दिया कि दोनों (वर-वधु) अपने हिसाब से अलग-अलग विवाह कर सकते हैं।

बैठक में उपस्थित सतीश साहू पिता रामकुमार साहू कसेरूडीह के युवक ने परिवार से सलाह कर आरती से विवाह का प्रस्ताव रखा। इसके बाद 13 मार्च 2020 को पूरे रीति-रिवाज से विवाह संपन्न हुआ।

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