छत्तीसगढ़बिलासपुर

बिलासपुर में बीते एक सप्ताह में 1212 मिले पॉजिटिव: हाईकोर्ट , रेलवे तक पहुंचा कोरोना संक्रमण; एक दिन में ही 279 संक्रमित, इनमें 15 बच्चे भी ….

बिलासपुर । कोरोना की तीसरी लहर का असर बिलासपुर में देखने को मिल रहा है। बीते दिसंबर माह में जहां गिनती के 2-4 कोरोना मरीज मिल रहे थे। वहीं, जनवरी के पहले सप्ताह से संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। संक्रमितों में रेलवे अस्पताल स्टॉफ, रेलकर्मी, RPF स्टॉफ, पुलिस स्टॉफ, हाईकोर्ट के साथ ही अन्य विभागों के कर्मचारी शामिल हैं। हालांकि राहत की बात है कि अभी मरीजों की स्थिति सामान्य है और अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति नहीं आई। लगातार बढ़ते आंकड़ों को देख कर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है और लोगों को अपने व परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखने को कहा है।

कोरोना संक्रमित मरीज पहली व दूसरी लहर से भयभीत है। दरअसल, लोगों के मन में यह भय हो गया है कि अस्पताल जाने के बाद स्थिति बिगड़ जाती है। यही वजह है कि अभी कोरोना संक्रमित घर में ही आइसोलेट होकर दवाइंया ले रहे हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है और मरीजों से लगातार संपर्क बनाए रखने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही साथ ही मरीजों को ऑक्सीजन लेवल कम होने पर तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की अपील भी की है। बावजूद इसके लोग कोरोना की जांच कराने से कतरा रहे हैं।

स्थिति यह है कि अब शहर के सभी इलाकों तक वायरस पहुंच गया है। साथ ही गांव में भी संक्रमित मिलने लगे हैं। गुरुवार को एक ही दिन में 279 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें 15 बच्चे शामिल हैं। साल 2020 के पहले ही दिन यानि एक जनवरी से कोरोना का मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। स्थिति यह है कि रोज संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा चिंता बच्चों को लेकर है। क्योंकि इस बार वायरस परिवार के सदस्यों के साथ-साथ बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। जिले में पिछले चार दिनों से औसत 20 से 25 की संख्या में बच्चे कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।

एक जनवरी को जिले में 58 मरीज मिले थे तो 2 जनवरी को संक्रमितों की संख्या 52 रहा। इसी तरह 3 जनवरी को 111, 4 जनवरी 152, पांच जनवरी 250, 6 जनवरी को 310 कोरोना पॉजिटिव मिले। हालांकि, शुक्रवार को यह आंकड़ा कम रहा। जिले में अब एक्टिव केस 1357 पर पहुंच गया है। इस प्रकार यहां एक हफ्ते के अंदर 1212 मरीज मिल हैं।

अब शहरी क्षेत्र की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में अब भी रोज की संख्या के हिसाब से 70 प्रतिशत मरीज मिल रहे हैं। करीब 700 RT-PCR टेस्ट में 125 से अधिक पॉजिटिव केस आ रहे हैं। यह आंकड़ा चिंताजनक है। बताया जा रहा है कि अब संक्रमितों की संख्या को देखकर कोरोना के लक्षण जैसे सर्दी, खांसी व बुखार के मरीज जांच कराने के बजाए दवाइंया लेकर घर में आराम कर रहे हैं। इसके चलते पॉजिटिव मरीजों की संख्या स्पष्ट नहीं हो रही है।

शहर के ज्यादातर इलाकों में कोरोना का संक्रमण फैल गया है। इस स्थिति को देखते हुए CMHO डॉ. प्रमोद महाजन ने कहा कि कोरोना के लक्षण दिखने पर तत्काल जांच कराएं। किसी भी स्थिति में जांच कराए बिना खुद से कोरोना की दवाइंया न लें। यह स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है। सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें और कोरोना जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेशन में रहे। तकलीफ होने पर डॉक्टर से संपर्क कर अस्पताल में भर्ती हो जाएं।

जोनल स्टेशन में यात्रियों की कोरोना जांच के लिए जिन स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई है, उनमें से 3 लोग पॉजिटिव आ गए हैं। एक साथ 3 कर्मचारियों के संक्रमित होने से विभाग की चिंता बढ़ गई है। वैसे भी स्वास्थ्य विभाग के पास पहले से स्टाफ कम है। यदि इसी तरह कर्मचारी संक्रमित होते रहे तो स्टेशन में जांच भी प्रभावित होने की आशंका है। कोरोना संक्रमण फैलने का सबसे बड़ा माध्यम रेलवे स्टेशन है। क्योंकि, यहां दूसरे राज्यों से भी हजारों यात्री रोज पहुंच रहे हैं।

यहां गेट नंबर चार में स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि बाहर से आने वाले प्रत्येक यात्रियों की जांच हो सके। पहले केवल एंटीजन जांच होती थी, बाद में RTPCR की भी व्यवस्था की गई। यहां जांच में लगे 3 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। उनकी जगह पर यहां दूसरे स्टॉफ की ड‌्यूटी लगाई गई है।

Back to top button