मध्य प्रदेश

पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर प्रदेशभर में युवाओं ने किया प्रदर्शन, दोबारा परीक्षा कराने व जांच कराने की रखी मांग

सरकार की सफाई मानने से युवाओं का इंकार, राहुल और प्रियंका के ट्वीट ने बढ़ाई सियासी सरगर्मी

भोपाल/इंदौर। प्रदेश भर में गुरुवार को पटवारी चयन परीक्षा के नतीजों को लेकर प्रदर्शनों का दौर चला। राज्य के हर जिले में छात्र-छात्राओं का हुजूम सडक़ों पर उतरा और पटवारी चयन परीक्षा निरस्त कर नई परीक्षा कराने के साथ ही इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग उठाई।

विद्यार्थी इस बात को लेकर भडक़े हुए हैं कि वे सालों से इस परीक्षा को लेकर तैयारी कर रहे थे, लेकिन घोटाले की खबरें आने के बाद वे खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। इधर, कांग्रेस को चुनावी साल में सत्ताधारी दल और प्रदेश सरकार को घेरने का ये मुद्दा हाथ लग गया है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि पटवारी परीक्षा घोटाला, व्यापमं घोटाला 2.0 है, जिसने लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट किया कि एमपी सरकार में नौकरियों के लिए लाखों रूपए की बोली लगाई जा रही है, फिर भी सरकार जांच कराने से करता रही है। इधर, सरकार की तरफ से प्रदेश के गृह मंत्री लगातार सफाई दे रहे हैं कि पटवारी चयन परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हुई।

दो हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने कलेक्टोरेट को घेरा

कलेक्टर कार्यालय पर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन किया। दो हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स इंदौर कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। स्टूडेंट की मांग है कि पटवारी भर्ती परीक्षा में ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज के छात्रों का ज्यादा से ज्यादा सिलेक्शन होने पर कॉलेज की और चयन समिति की जांच करने की मांग की है।

एनआरआई कॉलेज के 10 में से 7 छात्र टॉपर

कलेक्टर कार्यालय पहुंचे युवाओं का आरोप है कि परीक्षा परिणाम में टॉप करने वाले 10 में से 7 छात्र एनआरआई कॉलेज के हैं, जहां पर 9000 अभ्यार्थियों में से अधिकतर अभ्यार्थी का परीक्षा केंद्र एनआरआई कॉलेज आया था। इसमें ज्यादातर टॉपर के हस्ताक्षर भी हिंदी में है। इसमें टॉप करने वाल अभ्यार्थियों ने 188 अंक तक हासिल किए हैं। जबकि, मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में कठिन पेपर आने के कारण 140 नंबर तक भी अभ्यार्थी नहीं ला पाए, जिससे कॉलेज में घोटाला होना प्रतीत होता है।

कांग्रेस के पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोप पर गृहमंत्री बोले…

पर्चियों पर नौकरी देने वाले आधुनिकतम परीक्षा प्रणाली पर उठा रहे हैं सवाल

मप्र में इन दिनों पटवारी चयन परीक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बसपा छोडकऱ भाजपा में शामिल हुए विधायक संजीव सिंह कुशवाह के कॉलेज में हुई पटवारी चयन परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाए। इस मामले में पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह ने भी गड़बड़ी के आरोप लगाए। लगातार इस परीक्षा को लेकर विपक्ष के हमलों के बाद अब सरकार की ओर जवाब आया है। मप्र सरकार के प्रवक्ता और प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पर्चियों पर नौकरियां देने वाले लोग विश्व की आधुनिकतम परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। भोपाल में अपने आवास पर मीडिया से चर्चा में गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कांग्रेस कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव रुदाली कर रहे हैं। इनकी कांग्रेस पार्टी का अशोकनगर का प्रवक्ता इसी पटवारी परीक्षा में फेल हो गया। उसके तथ्यहीन तर्को को तथ्य बनाकर पेश कर रहे हैं। ये(कांग्रेस) पर्चियों पर नौकरी देने वाले लोग, विश्व की आधुनिकतम चयन परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। और सीरीज में झूठ बोल रहे हैं। नौजवानों के मनोबल को तोड़ रहे हैं।

पूरा रिकॉर्ड लिखित में क्यों नहीं मांगते

गृहमंत्री ने कहा- मैं आपके सामने झूठ की श्रंखला को लाना चाहता हूं। जो यह सात टॉपर है इनमें से किसी ने भी एक ही शिफ्ट में परीक्षा नहीं दी। सबने अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा दी है। कमलनाथ, अरुण यादव एक- एक सवाल और एक- एक जवाब का, एक – एक क्लिक रिकॉर्ड होती है। ये सब रिकॉर्ड में है। आप मांगो तो.. पूरा रिकॉर्ड क्यों नहीं मांगते हैं? क्योंकि आपका झूठ सामने आ जाएगा। आपको जो भी चाहिए लिखित में दीजिए। जुबानी जमा खर्च मत करिए। नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कितना शर्मनाक है कि इस देश में हिंदी में दस्तखत करने पर कांग्रेस सवाल उठा रही है। कमलनाथ जी सवाल उठा रहे हैं। उनकी जवानी जो लुटियंस में निकली है इटालियन संस्कृति में रंग बस गए हैं। हिंदुस्तान में और मध्य प्रदेश में मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में होने लगी। वहां हिंदी में दस्तखत नहीं होंगे तो क्या इटालियन में दस्तखत होंगे। अगला झूठ भी सुनिए कांग्रेस के लोगों ने आरोप लगाया कि हिंदी में दस्तखत करने वालों के 25 में से 25 नंबर आए। यदि आप मार्कशीट देते तो आपको पता लग जाता है कि एक के भी 25 में 25 नंबर नहीं आए कोई गड़बड़ी नहीं हो रही है। ये प्रदेश को बदनाम करने की कांग्रेस कोशिश कर रही है।

महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने की सीबीआई जांच की मांग

महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बडिय़ों के लिए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के बदले भ्रम फैला रहे हैं। उनमें हिम्मत है तो पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले की सीबीआई जांच कराएं। परीक्षा में मुख्य गड़बड़ी भाजपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा के कॉलेज में बनाए गए सेंटर में हुई है। विभा पटेल ने कहा पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाले के नाम पर पात्र युवाओं से उनका अधिकार छीना गया है, इसके लिए प्रदेश के नौजवान शिवराज सरकार को माफ नहीं करेंगे। पटेल ने गृहमंत्री को स्मरण कराया है कि भाजपा सरकार के शासनकाल में व्यापमं. 1 और 2 हुआ। इसी सरकार के राज में पीएमटी परीक्षाओं में गड़बड़ी हुई तो डीमेट की आड़ में धनबल के उपयोग से मेडिकल कॉलेजों में सीटें कबाड़ी गई और खुले बाजार में बेची गईं।

कई अन्य भर्ती परीक्षाओं में भी सुनियोजित तरीके से गड़बड़ी की गई

विभा पटेल ने आरोप लगाया कि नापतौल परीक्षा, पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा, नर्स भर्ती परीक्षा, सहायक विकास विस्तार अधिकारी (कृषि) समेत डाटा एंट्री ऑपरेटर आदि जैसी कई अन्य भर्ती परीक्षाओं में सुनियोजित तरीके से गड़बड़ी की गई। भाजपा सरकार के कार्यकाल में स्कूल-कॉलेज परीक्षाओं के पर्चे सर्वाधिक रूप में लीक हुए है। ये भी किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाने से पहले तथ्यों का परीक्षण कर लें, सत्यता का पता लगाएं, अनाप-शनाप न बोले। पटेल ने कहा कि कांग्रेस सरकारों ने कभी भी युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया। न ही मासूमों के गले से रोटी का निवाला छीना है। ये चरित्र भाजपा का है। सीएजी की रिपोर्ट इसकी पुष्टि करती है कि प्रदेश में 110 करोड़ रुपए का पोषण आहार घोटाला हुआ है।

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