कोरबाछत्तीसगढ़

कोरोना की मार का असर स्कूलों में नहीं, नर्सिंग स्कूल से कम नहीं है उतरदा का शासकीय विद्यालय …

कोरबा। चौंकिए मत यह किसी नर्सिंग कॉलेज या प्राइवेट महास्कूल के छात्र छात्राएं नहीं है बल्कि ये छात्र-छात्राएं शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल उतरदा विकासखंड पाली जिला कोरबा छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी हैं। जो प्रायोगिक कार्य तथा प्रयोजना परीक्षा दिला रहे हैं। ‘मोर स्कूल मोर घर मोर एक प्रयास येला मैं सजाहूं सवारहूं अउ लईका मन के भविष्य बना हूं।

उपरोक्त स्कूल के विकास की अवधारणा को फलीभूत करते हुए शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल उतरदा के व्याख्याता राकेश टंडन के प्रयास तथा प्राचार्य जीपी लहरे के मार्गदर्शन में कोरबा जिला के कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल एवं जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडे के शासकीय विद्यालयों की शिक्षा गुणवत्ता, विकास एवं अधोसंरचना की विकास संबंधित कार्य को क्रियान्वित करने में शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल उतरदा के समस्त शिक्षक एवं जनभागीदारी समिति के सदस्य प्रयासरत हैं।

स्कूल के रंग रोगन, प्रयोगशाला, रखरखाव एवं सुविधा में विकास, पुस्तकालय, आईटी लैब, हेल्थ केयर कोर्स का संचालन एवं उन्नत लैब, शैक्षणिक रूप से पिछड़े हुए छात्र छात्राओं के लिए विशेष कोचिंग कक्षाओं का संचालन, 11वीं 12वीं के निर्धन छात्र-छात्राओं के लिए पुस्तक उपलब्ध कराना कराने का कार्य स्कूल के समस्त शिक्षकों के द्वारा किया जाता है।

आज से लगभग 10 वर्ष पूर्व उतरदा एवं इसके आसपास के गांव में दसवीं एवं उससे उच्च कक्षाओं के शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को बहुत परेशानी होती थी लेकिन शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल में उच्च कक्षाओं कक्षाएं की क्लास खुलने पर यहां के छात्र छात्राओं को आईटी तथा हेल्थ केयर जैसे विषय में रोजगार मूलक शिक्षा प्राप्त हो रहे है। जिसके कारण यहां के विद्यार्थी 12वीं पास होकर के बहुत सारे निजी कंपनियों में कंप्यूटर ऑपरेटर तथा चिकित्सालय में नर्सिंग का कार्य कर रहे हैं। इससे ग्रामीण तथा छात्र छात्राएं बहुत ही अधिक उत्साहित भी हैं। खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा विज्ञान मेला प्रदर्शनी में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर हमारे स्कूल की पहचान बनी है। खेलकूद में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं का पुलिस रेलवे तथा सेना भर्ती में भी चयन हुआ है।

संस्था के प्राचार्य जीपी लहरें ने बताया कि स्कूल में भविष्य में सभी शिक्षकों को डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत प्रशिक्षित कराना है तथा भाषा प्रयोगशाला में अंग्रेजी एवं भारत देश के अन्य भाषा जैसे ओडिशा इत्यादि का प्रशिक्षण भी प्रदान करना है। स्कूल में स्किल डेवलपमेंट कोर्स भी चालू करने की योजना है। ताकि छात्र छात्राओं को 12वीं उत्तीर्ण करते ही आईटीआई का भी प्रमाण पत्र प्राप्त हो सके। जिससे वह विभिन्न कंपनियों में अपना रोजगार प्राप्त कर सकें।

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