मध्य प्रदेश

सीएम की फटकार का असर, 4 घंटे में प्रशासन ने ढूंढ़ निकाला गायब हुआ 3 करोड़ का यूरिया ….

भोपाल/जबलपुर। सीएम शिवराज सिंह चौहान की डांट ने फौरन असर दिखा दिया. सीएम की फटकार के बाद प्रशासन ने अक़ेले जबलपुर में 200 मीट्रिक टन गायब सरकारी कोटे का यूरिया ढूंढ़ निकाला. यह सरकारी यूरिया जबलपुर के पाटन रोड स्थित डीपीएमके गोदाम और खजरी-खिरिया के गायत्री वेयरहाउस में छुपाया गया था. मामला संज्ञान में आते ही सीएम ने शुक्रवार सुबह 7 बजे अपने निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों की आपात बैठक बुलायी थी. उसमें उन्होंने यूरिया गायब होने पर सख्त नाराजगी जताई थी. यूरिया गायब होने पर हल्ला मचने और सीएम के तीखे तेवरों को देख तत्काल जांच टीम गठित की गई, जिसने महज 4 घंटे में ही ये यूरिया ढूंढ़ निकाला. जबलपुर संभाग के 4 जिलों के लिए यह यूरिया भेजा गया था. लेकिन, उसमें से सिर्फ 20 फीसदी माल ही पहुंचा, बाकी 80 फीसदी गायब हो गया था.

4 घंटे में मिल गया माल

मध्यप्रदेश में पोषण आहार के बाद यूरिया घोटाला भी शिवराज सरकार के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. जबलपुर संभाग में किसानों को बांटने के लिए आये 1853 टन यूरिया में से 1019 टन यूरिया गायब होने पर सरकार ने सख्ती दिखाई तो गायब हुआ माल मिलने में देर न लगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार सुबह-सुबह आपात बैठक लेकर इस मामले में सीधे एफआईआर करने के निर्देश दिए थे. उसके बाद हरकत में आये प्रशासन ने जिले के दो निजी गोदामों पर छापा मारा तो वहां गायब हुआ सरकारी कोटे का यूरिया रखा मिल गया.

यूरिया हैंडलिंग एजेंसी श्याम कृभको पर लटकी एफआईआर की तलवार

किसानों को डबल लॉक सिस्टम से सरकारी एजेंसियों के माध्यम से कम दाम पर 2666 मीट्रिक टन यूरिया के रैक में से 1853 टन यूरिया आवंटित हुआ था. 70:30 अनुपात के तहत 1853 मीट्रिक टन यूरिया जबलपुर पहुंचा था. बताते हैं कि प्रशासनिक मिलीभगत से इसमें से 1019 मीट्रिक टन यूरिया ओपन मार्केट में बेचने के लिए निजी गोदामों में पहुंच गया था. अब इस पूरे मामले में यूरिया हैंडलिंग एजेंसी श्याम कृभको पर एफआईआर की तलवार लटकी है. सुबह-सुबह सीएम की फटकार के बाद लगभग 15 दिन से गायब यूरिया 4 घंटे के भीतर मिल गया. मामले में संयुक्त संचालक किसान कल्याण के नेतृत्व में गठित टीमों ने सुबह से ही तमाम निजी गोदामों का निरीक्षण किया और गायब हुए यूरिया को वापस खोज निकाला.

सीएम की फटकार के बाद यूरिया घोटाले में तीन पर नामजद एफआईआर

जबलपुर सहित दमोह, डिंडौरी, मंडला और सिवनी के डबल लाक केंद्रों के यूरिया की हेराफेरी के मामले में मुख्यमंत्री की फटकार के बाद लार्डगंज थाने में एफआईआर करा दी गई। इस सिलसिले में तीन लोगों के विरुद्ध नामजद शिकायत दर्ज कराई गई है। समझा जाता है कि इस मामले में और भी नाम उजागर हो सकते हैं। जिला विपणन अधिकारी रोहित सिंह बघेल की ओर से दर्ज कराई गई एफआइआर में कृषक भारती को-आपरेटिव लिमिटेड के मार्केटिंग डायरेक्टर राजेन्द्र चौधरी, ट्रांसपोर्टर डीपीएमके फर्टिलाइजर द्वारिका गुप्ता, रैक हैंडलर स्टेट मैनेजर जयप्रकाश सिंह एवं अन्य के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3, 7 एवं भारतीय दंड संहिता की धारा 409, 34 एवं 120-बी के तहत प्रकरण कायम किया गया है।

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