मध्य प्रदेश

कमलनाथ के बयान पर शिवराज का पलटवार: आप हमारा विरोध करें, प्रदेश का नहीं

मध्यप्रदेश में नई शराब नीति पर गरमाई सियासत, सीएम बोले- कमलनाथ को मध्यप्रदेश की माटी, संस्कारों, संस्कृति से लगाव नहीं

भोपाल। मध्यप्रदेश में नई शराब नीति पर सियासत गरमाई हुई है। पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शिवराज सरकार पर हमलावर हैं। नई शराब नीति घोषित होने के बाद कमलनाथ द्वारा मध्यप्रदेश को ‘मदिरा प्रदेश’ कहने पर भड़के सीएम शिवराज सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि आप (कमलनाथ) हमारा विरोध करें, लेकिन मध्यप्रदेश का अपमान न करें। प्रदेश के लिए तो आपके मन में सम्मान का भाव होना चाहिए। शिवराज ने यह भी कहा कि कमलनाथ यहां की जड़ों से नहीं जुड़े हैं। वहीं, छिंदवाड़ा में कांग्रेसियों के कसम खाने वाले वीडियो पर गृह मंत्री डॉ. कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा है कि ‘न खाता न बही, जो कमलनाथ कहें वहीं सही…।’

ज्ञात हो कि कमलनाथ ने बुधवार को छिंदवाड़ा में मीडिया से चर्चा करत हुए आबकारी नीति 2023-24 को लेकर शिवराज सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश की छवि बदलकर मदिरा प्रदेश की कर दी है। यहां राशन महंगा और शराब सस्ती है। सरकार को विकास यात्रा की जगह हिसाब यात्रा निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आई, तो शिवराज सरकार के खर्चों का श्वेतपत्र लाएंगे। इसी बयान पर गुरुवार को सीएम शिवराज ने पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ जी को मध्यप्रदेश की माटी से, यहां के संस्कारों से, यहां की संस्कृति से लगाव नहीं है। वो यहां की जड़ों से नहीं जुड़े हैं। वो मध्यप्रदेश को मदिरा प्रदेश कह रहे हैं। यह मध्यप्रदेश का अपमान है। यह मध्यप्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता का अपमान है। यह मध्य प्रदेश की संस्कृति, परंपराओं का अपमान है। मध्यप्रदेश के भोले-भाले लोग मेहनती, ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ और देशभक्त हैं। आप उनका अपमान कर रहे हैं।

मप्र का अपमान सहन नहीं करेंगे : सीएम शिवराज सिंह

सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता को ऐसे आहत मत कीजिए। आपका विरोध हमसे है तो आप हमें गाली दीजिए, लेकिन हम मध्यप्रदेश का अपमान सहन नहीं करेंगे। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अगर आबकारी नीति बनाई है तो जन भावनाओं को देखते हुए बनाई है। माता-बहनों के सम्मान को देखते हुए बनाई है। नशे को हतोत्साहित करने के लिए बनाई है। आपने उस समय फैसला किया था शराब ठेकेदार, उप दुकान खोल सकेंगे। उसकी राशि तय कर दी थी कितने करोड़ देकर उप दुकान खोल लेंगे। लाइसेंस के नियम को आसान करने की नीति कमलनाथ सरकार ने बनाई थी। आपने ऑनलाइन शराब बिकेगी, महिलाओं बहनों के लिए अलग से शराब की दुकान होंगी।

शिवराज बोले- आपकी नीति ठेकेदारों के लिए बनती थी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि आपकी (कमलनाथ) नीति बनती थी तो ठेकेदारों के लिए बनती थी। दवाब में बनती थी उनके हिसाब से बनती थी। भारतीय जनता पार्टी की नीति है नशे को हतोत्साहित करने के लिए, माता-बहन और बेटी के सम्मान को बरकरार रखने के लिए। इसलिए हमने तय किया कि हम सारे अहाते बंद करेंगे। आप हमारा विरोध करें लेकिन मध्यप्रदेश का अपमान ना करें। कम से कम मध्यप्रदेश के लिए तो आपके मन में सम्मान का भाव होना चाहिए। आपने प्रदेश का अपमान किया है जनता इसे सहन नहीं करेगी।

घर-घर दारू पहुंचाने के लिए माफी मांगें शिवराज

सीएम शिवराज सिंह के बयान पर कमलनाथ ने एक बाद एक तीन ट्वीट कर पलटवार किया है। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा – शिवराज जी आप जबरदस्त मतिभ्रम का शिकार हो गए हैं। पहले आपने कहा था कि आप रोज वचन पत्र के बारे में एक झूठा सवाल पूछेंगे। लेकिन आप कभी सवाल पूछते हैं और कभी भूल जाते हैं। आज आपने जो सवाल पूछा है,उसका वचन पत्र से कोई संबंध नहीं है। इसका मतलब है कि कांग्रेस के बाकी वचन पत्र से आप पूरी तरह संतुष्ट हैं। दूसरी बात, आपने मदिरा प्रदेश शब्द को लेकर आपत्ति की है। लेकिन यह शब्द तो आपने ही मध्यप्रदेश के लिए उपयोग में लाया था। आप तो मदिरा प्रदेश के लिए पूरा अभियान चला रहे थे। दिमाग पर जोर डालिए, सब याद आ जाएगा। तीसरी बात यह कि आपकी सरकार ने देसी मदिरा और विदेशी मदिरा की संयुक्त दुकान खोलकर मध्यप्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या करीब दोगुनी बढ़ा दी है। आप की नीति स्पष्ट है राशन महंगा और सस्ती दारू। घर-घर दारू पहुंचाने की अपनी नीति के लिए आप मध्य प्रदेश की जनता से माफी मांगिये।

गृहमंत्री ने भी कसा तंज: कहा- न खाता न बही, जो कमलनाथ कहें, वही सही…

प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व ष्टरू और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर तंज कसा है। छिंदवाड़ा में कांग्रेसियों के कसम खाने वाले वीडियो पर गृहमंत्री मिश्रा ने कहा- न खाता न बही, जो कमलनाथ कहें वहीं सही…। गृहमंत्री ने कहा कि कमलनाथ ने लोकतंत्र का ही कबाड़ा कर दिया। मध्यप्रदेश में आबकारी नीति 2023-24 पर मुहर लगने के बाद बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर हमला बोला था। छिंदवाड़ा में उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश की छवि बदलकर मदिरा प्रदेश की कर दी है। यहां राशन महंगा और शराब सस्ती है। सरकार को विकास यात्रा की जगह हिसाब यात्रा निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आई, तो शिवराज सरकार के खर्चों का श्वेतपत्र लाएंगे। इधर, भोपाल में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने विकास यात्रा के खर्च पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद अब बीजेपी नेता भी कांग्रेस पर हमलावर हो गए हैं।

कमलनाथ को संसदीय दल, विधायक दल की बैठक की कोई अहमियत नहीं : नरोत्तम

गृहमंत्री डॉ. मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि पिता-पुत्र को मुख्यमंत्री-सांसद बनाने के लिए कांग्रेसियों का कसम खाने वाला वीडियो मैंने देखा। एक उद्योगपति सेठजी कांग्रेस के अध्यक्ष क्या बने, लोकतंत्र का ही कबाड़ा हो गया। न संसदीय दल बोर्ड की अहमियत है और न ही विधायक दल की बैठक की कोई अहमियत है। वाकई, कमलनाथ जी ने प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनकर पार्टी के अंदरुनी लोकतंत्र का ही कबाड़ा कर दिया।

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