मध्य प्रदेश

एमपी के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा जमीन हड़पने के मामले में नया मोड़

आरोप लगाने वाला किसान बोला- बीजेपी से निष्कासित नेता ने दिया था मंत्री को फंसाने के लिए 2 करोड़ का ऑफर

भोपाल/सागर। 20 दिन पहले प्रदेश की राजनीति में बवाल मचाने वाले मध्यप्रदेश के राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा किसान की जमीन हड़पने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। आरोप लगाने वाले तिली वार्ड की शिवविहार कॉलोनी निवासी किसान सीताराम उर्फ महेश (36 वर्ष) ने अब अपना बयान पलटते हुए बीजेपी से निष्कासित नेता राजकुमार सिंह धनौरा और विनय मलैया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

सीताराम पटेल ने पुलिस को की शिकायत में आरोप लगाया है कि राजकुमार सिंह धनौरा और विनय मलैया के कहने पर उसने मंत्री के खिलाफ झूठा आरोप लगाया था। सीताराम के मुताबिक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को झूठे केस में फंसाने के लिए धनौरा ने 2 करोड़ रुपए और जमीन दिलाने का ऑफर दिया था। बतौर एडवांस उन्होंने 10 हजार रुपए भी दिए थे। सीताराम ने बताया कि वो मुझे कार से सुप्रीम कोर्ट ले गए। वहां कुछ कागजों पर साइन भी कराए थे। 20 दिन पहले सीताराम ने मंत्री पर उसकी जमीन हड़प कर कैम्ब्रिज स्कूल बनाने का आरोप लगाया था। सीताराम के पिता 6 साल से लापता हैं। सीताराम ने भाजपा से निष्कासित जिस राजकुमार सिंह धनौरा पर आरोप लगाया है, वह भी मंत्री राजपूत पर ससुराल से दान में मिली 50 एकड़ जमीन को लेकर घोटाले के आरोप लगा चुके हैं।

अपनी शिकायत में सीताराम ने बताया कि मैं 31 दिसंबर 2022 को घर पर था। मोबाइल पर विनय मलैया का फोन आया। वे मेरे पड़ोस में रहते हैं। उन्होंने मुझे अपने मैरिज गार्डन में बुलाया। मैं जब विनय मलैया के गार्डन पहुंचा, तो वहां राजकुमार धनौरा मिले। उन्होंने मुझसे कहा कि तुमको हमारे साथ मिलकर गोविंद सिंह राजपूत को फंसाना है। तुम्हारे पिता की गुमशुदगी रिपोर्ट पहले से ही है, इसमें एक जमीन का विवाद और जोड़कर मंत्री को फंसाना है। इसके बदले तुम्हें 1 से 2 करोड़ रुपए मिलेंगे और जमीन भी तुम्हारे नाम करवा दी जाएगी। विनय मलैया ने मुझसे कहा कि इसके लिए तुम्हें राजकुमार धनौरा के साथ जाना पड़ेगा और गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ केस लगवाना पड़ेंगे। उसी समय दोनों ने मुझे लिफाफे में 10 हजार रुपए कैश दिए, जिससे मैं पैसों के लालच में आ गया।

सीताराम पटेल की इस शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने राजकुमार सिंह धनौरा और विनय मलैया के खिलाफ धारा 342, 506, 120बी के तहत केस दर्ज किया है। धनौरा पर हाल ही में राहतगढ़ थाने में मेनवारा ग्राम पंचायत के सरपंच पद पर रहते हुए 1 करोड़ से ज्यादा के गबन का केस भी दर्ज हुआ है। उन पर सिविल लाइन थाने में ही किसान मोर्चा अध्यक्ष के लेटर पैड का दुरुपयोग करने संबंधी मामलों में भी पहले से ही एफआईआर दर्ज है। दूसरी ओर मंत्री पर आरोप लगाने वाले सीताराम पटेल के बयान पलटने से राजनीति फिर गरमा गई है। वहीं, भाजपा के निष्कासित राजकुमार धनौरा और विनय मलैया की मुसीबतें बढ़ गई हैं।

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