मध्य प्रदेश

मन की बात: बीच गेम्स में मध्यप्रदेश ने जीते सबसे ज्यादा मेडल

भोपाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रसिद्ध कार्यक्रम मन की बात के 109 वें एपिसोड मैं मालदीव में आयोजित हुए देश के पहले मल्टी स्पोर्ट बीच गेम्स मैं मध्य प्रदेश के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि भारत में लगातार ऐसे नए प्लेटफार्म तैयार हो रहे है, जिसमें खिलाड़ियों को अपना सामर्थ्य दिखाने का मौका मिल रहा है। ऐसा ही एक प्लेटफार्म बना है बीच गेम्स का जिसका दीव के अंदर इसका आयोजन हुआ था। उन्होंने कहा कि इस साल की शुरुआत में ही दीव में बीच गेम्स का आयोजन किया गया। यह भारत का पहला मल्टी स्पोर्ट बीच गेम्स था, इनमें टग ऑफ वॉर,सी स्विमिंग, पैनकेक सिल्ट, मलखम्ब, बीच वॉलीबॉल, बीच कबड्डी, बीच सोकर, और बीच बॉक्सिंग जैसे कंपटीशन हुए, इनमें हर प्रतियोगी को अपनी प्रतिभा दिखाने का भरपूर मौका मिला।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि कहा कि "इस टूर्नामेंट में ऐसे राज्यों से भी बहुत खिलाड़ी आए, जिनका दूर-दूर तक समुंदर से कोई नाता नहीं। इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा मैडल भी मध्य प्रदेश ने जीते, यहां कोई सी बीचेस नही है। खेलों के प्रति यही टेम्परामेंट किसी भी देश को स्पोर्टस की दुनिया का सरताज बनाता है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज जयपुर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 109वां एपिसोड सुना। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने "मन की बात" के माध्यम से देश को पुन: एक नई ऊर्जा प्रदान करने की नई दिशा दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल और अन्य शहरों में वॉटर स्पोर्ट्स की अपार संभावनाओं को देखते हुए मध्य प्रदेश को वॉटर स्पोर्ट्स हब बनाने के लिए जरूरी कदम उठानेके निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के निर्माण में रमे लोगों की प्रशंसा कर समस्त भारतवासियों को देश की प्रगति एवं उन्नति में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत प्रत्येक क्षेत्र में तीव्रतम गति से आगे बढ़ रहा है। हम प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देश को नव शिखर पर प्रतिष्ठित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उल्लेखनीय है कि कयाकिंग-केनोइंग और रोइंग में देश को कई बड़े खिलाड़ी दे चुके मप्र में वॉटर स्पोट्र्स को बढ़ावा देने के लिए बड़े तालाब में इंटरनेशनल हब बनाने के प्रयास चल रहे हैं। देश में पुणे के बाद भोपाल में दूसरा बड़ा हब होगा जहां इंटरनेशनल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। खिलाडिय़ों की बोट पार्क हो सकेंगी। अभी दो भागों में ट्रेनिंग होती है। कुछ खिलाडिय़ों को तैयारी के लिए पुणे भी जाना पड़ता है। उन्हें बाहर नहीं जाना होगा। छोटे और बड़े तालाब में करीब 300 खिलाड़ी प्रेक्टिस करते हैं। हब के बनने से ये सभी एक स्थान पर आ जाएंगे।

भोपाल के अलावा कई अन्य जिलों और शहर में भी वॉटर स्पोर्ट्स की सुविधाएं विकसित हो रही है। भिंड शहर के मध्य में बने गौरी सरोवर तालाब पर राज्य स्तरीय ड्रैगनबोट प्रतियोगिता होने लगी है। भिंड के लिए वरदान गौरी सरोवर में पानी पर दौड़ती ड्रैगन बोट, पहली बार करीब पांच साल पहले भिंड के गौरी सरोवर में देखी गई थी, उसके बाद से यहां केनो कयाकिंग की ट्रेनिंग शुरू हुई। कई नेशनल और इंटरनेशनल प्लेयर और पेराप्लेयर इसी गौरी सरोवर पर ट्रेनिंग लेकर आगे बढ़े।

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