छत्तीसगढ़रायपुर

डोंगरगढ़ की सड़कों को लेकर जोगी कांग्रेस आंदोलन की तैयारी में …

डोंगरगढ़। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ कोर कमेटी के सदस्य नवीन अग्रवाल ने एक बयान जारी कर कहा है कि डोंगरगढ़ की सड़कें अत्यंत जर्जर स्थिति में हैं। बड़े वीआइपी यहां मंदिर दर्शन के लिए आते हैं मगर यहां की सुविधाओं के बारे में किसी का ध्यान नहीं है। गलियों से लेकर मुख्य सड़क की स्थिति फिर से बनाने लायक है। शासन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दी तो जोगी कांग्रेस सड़क को लेकर आंदोलन करेगी।

ऐसा ही हाल कुछ बया कर रही है, धर्म नगरी डोंगरगढ़ की सड़कें जहाँ पर खुद ही सड़कें अपनी जर्जर हालत पर आँसू बहाते नजर आ रही है जिसके चलते आम नागरिक हो चाहे पैदल यात्री हो या बाइक पर सवार लोग हो दोनों ही सूरत में इस पर चलना लोगों के लिए दूभर होने के साथ ही मजबूरी बन गई हैं शहर में आज मुख्य मार्गों से लेकर हर गली मोहल्ले की सड़कें जर्जर होने के साथ ही बड़े बड़े गढ्ढे में तब्दील नजर आ रही है जो जानलेवा साबित हो रही हैं वही इन गढ्ढों को नगर पालिका कभी बजरी गिट्टी तो कभी खराब मलमा तो कभी मुरम से ढक कर मरम्मत के नाम पर दिखवा करती नजर आती हैं जो कुछ समय बात पुनः वैसी गढ्ढों में तब्दील हो जाती है अब सोचने वाली यह बात है कि मरम्मत की राशी आखिर जाती कहा है।

जब बीजेपी-कांग्रेस दोनों के ही कार्यकाल में आम जनता का उद्धार नहीं हुआ और सड़कों की हालत जस के तस बनी हुई हैं ऐसे में आखिर आम नागरिक किससे अपनी बात कहे, दुख व्यक्त करे यह चिंता का विषय बन कर रह गई हैं शहर के प्रमुख मार्गों की बात कहे जैसे भगत सिंह चौक से रेलवे स्टेशन, बुधवारी पारा, दंतेश्वरी पारा से अंदर भाग खैरागढ़ रोड, गोलबाजार से रेलवे स्टेशन थाना चौक से जेल रोड, जैसे सड़कों की दशा तो अत्यंत दयनीय हैं।

जितने भी नगर पालिका परिषदअध्यक्ष, विधायक इस डोंगरगढ़ शहर की जनता ने जिस विश्वास से चुना वे सब जनता की माने तो सब पद प्रतिष्ठा और ख़ुशी के भूखे, लालची, गद्दार निकले किसी ने धूल मुक्त शहर की बात कही तो किसी ने अंडरब्रिज को चुनावी मुद्दा बनाया तो किसी तो किसी ने नेता शहर की कायाकल्प करने की बात कही सभी ने अपने वादों से केवल जनता को लुभाने या राजनैतिक लाभ के चलते रोड, तालाब, सौंदारिकरण नाली स्वच्छता को मुद्दा बनाया औरकार्य किसी ने नहीं किया। जैसे वायदे किये गए वैसे कार्य किसी ने नहीं किया सब के सब गद्दार निकले।

आज नगर की सड़कें अपनी बदहाली पर आंसू बहाते नजर आ रही हैं। यह सब हमारे जनप्रतिनिधियों को नजर नहीं आ रही है सब के सब धृतराष्ट्र बन कर आम जनता का तमाशा देख रहे है। को चुनावी मुद्दा बनाया तो किसी तो किसी ने नेता शहर की कायाकल्प करने की बात कही सभी ने अपने वादों से केवल जनता को लुभाने या राजनैतिक लाभ के चलते रोड, तालाब, सौदारिकरण नाली स्वच्छता को मुद्दा बनाया और कार्य किसी ने नहीं किया जैसे वायदे किये गए वैसे कार्य किसी ने नहीं किया सब के सब गद्दार निकले। आज नगर की सड़कें अपनी बदहाली पर आंसू बहाते नजर आ रही हैं। यह सब हमारे जनप्रतिनिधियों को नजर नहीं आ रही है सब के सब धृतराष्ट्र बन कर आम जनता का तमाशा देख रहे हैं।

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