मध्य प्रदेश

एमपी में भोपाल के इस्लाम नगर गांव का नाम बदला, अब फिर से ‘जगदीशपुर’ कहलाएगा

1751 ईस्वी में औरंगजेब के भगौड़े सैनिक दोस्त मोहम्मद खान ने बदली थी पहचान

भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा एक और जगह का नाम बदल दिया गया है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में मिंटो हॉल का नाम बदलकर कुशाभाऊ ठाकरे हॉल और हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन करने के बाद अब इस्लाम नगर गांव का नाम बदल दिया गया है। इस संबंध में एमपी राजस्व विभाग के नोटिफिकेशन पर राजपत्र में आज अधिसूचना का प्रकाशन कर दिया गया। इसी के साथ फंदा जनपद स्थित ग्राम पंचायत इस्लाम नगर अब जगदीशपुर के नाम से जाना जाएगा।  इस स्थान का नाम बदलने के लिए लंबे समय से मांग की जा रही थी। प्रदेश में लगातार कई स्थानों के नाम बदले जा रहे हैं।

इससे पहले भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन नाम दिया गया था। होशंगाबाद को नर्मदापुरम नाम दिया गया है। इसी कड़ी में अब इस्लामनगर को ‘जगदीशपुर’ नाम दिया है। दरअसल, राजधानी भोपाल एक समय नवाबों की रियासत हुआ करती थी। उस समय इसकी राजधानी फंदा तहसील में स्थित इस्लामनगर थी। इतिहासकारों के मुताबिक इस स्थान का पुराना नाम जगदीशपुर था और 1751 ईस्वी में औरंगजेब के भगौड़े सैनिक दोस्त मोहम्मद खान ने उसे बदलकर इस्लामनगर कर दिया था।

ज्ञात हो कि इससे पहले भोपाल से बीजेपी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने भी कुछ जगहों के नाम को लेकर आपत्ति जताई थी। साध्वी प्रज्ञा ने लाल घाटी, हलाली डैम, हलालपुरा बस स्टैंड और इस्लाम नगर गांव का नाम बदलने की मांग रखी थी। मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक, प्रज्ञा का कहना था कि जब मैं वहां लोकसभा चुनाव प्रचार में गई तो स्थानीय ने नाम बदलने की डिमांड की थी। इस संबंध में मुझे ज्ञापन भी दिया था। यह कार्य अति शीघ्र पूर्ण कराया जाएगा।

साध्वी प्रज्ञा के प्रस्ताव पर ये दो स्थानों के नाम भी बदले

नवंबर 2022 में भोपाल में दो इलाकों के नाम बदलने पर मुहर लगी थी। इनमें हलालपुर बस स्टैंड का नाम हनुमान गढ़ी बस स्टैंड किया गया था। ये प्रस्ताव भोपाल नगर परिषद की बैठक में पास हुआ था। लालघाटी का नाम महेंद्र नारायण दास जी महाराज सर्वेश्वर चौराहा रखा गया है। यह दोनों प्रस्ताव भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा पेश किए गए थे। सांसद के प्रस्ताव का निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने समर्थन करते हुए दोनों ही प्रस्ताव को पारित कर दिया। दरअसल, भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने प्रस्ताव में कहा था- “हलालपुरा का हलाल शब्द अशुद्ध और खराब है। गुलामी का प्रतीक हटाकर हम पुन: भारत का इतिहास बदलने का दम रखते हैं। हम भोपाल का भी इतिहास बदलने और पुन: निर्माण करने के लिए खड़े हैं। हलाल नाम अशुद्ध है। इसे हटाया जाना चाहिए।” सांसद ने कहा कि मेरा प्रस्ताव और अनुशंसा है कि हलालपुरा बस स्टैंड का नाम हनुमानगढ़ी बस स्टैंड रखा जाए। लालघाटी चौराहे पर कई हत्याएं हुई हैं और कई वीर-वीरांगानाएं शहीद हुई हैं, इसलिए हम उन्हें याद करते हुए नमन करें और चौराहे का नाम श्री महेंद्रनारायण दास जी महाराज सर्वेश्वर चौराहा रखा जाए।

हबीबगंज स्टेशन का भी बदला गया था नाम

मध्य प्रदेश में इसी साल भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया गया है। वहीं बताया जा रहा है कि जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट का नाम रानी दुर्गावती के नाम पर करने का प्रस्ताव सरकार ने केन्द्र को भेजा है। भोपाल के मिंटो हॉल का नाम भी बदलकर कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर किया जा चुका है।

कई भाजपा शासित राज्यों में बदले गए नाम

बता दें कि भाजपा शासित राज्यों में कई जगहों के नाम बदले गए हैं। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व हरियाणा शामिल हैं। मध्य प्रदेश में नियमानुसार 3 शहरों के नाम भी बदले गए थे। इसके अलावा कई और इलाकों के नाम बदले गए। मुख्य रूप से बिरसिंहपुर पाली का नाम 2018 में मां बिरासिनी धाम, होशंगाबाद का नाम 2021 में नर्मदापुरम और बाबई का नाम 2021 में माखननगर कर दिया गया था।

Back to top button