मध्य प्रदेश

अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खजुराहो नृत्य समारोह 20 से 26 फरवरी, राज्यपाल करेंगे शुभारंभ

मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार समारोह के साथ लगेगी प्रदर्शनी, पर्यटन की साहसिक गतिविधियां भी होंगी

भोपाल। यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल चंदेलों की प्राचीन नगरी खजुराहो एक बार फिर प्रभु की स्तुति और शास्त्रीय नृत्य के बेजोड़ संगम का साक्षी बनेगी। 49वें खजुराहो नृत्य समारोह में 20 से 26 फरवरी तक खजुराहो की रंगभूमि पर कला का बसंत खिलेगा। राज्यपाल मंगुभाई पटेल 20 फरवरी को शाम 7 बजे ‘खजुराहो नृत्य समारोह-2023’ का शुभारंभ करेंगे। पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा सहित सांसद विष्णु दत्त शर्मा उपस्थित रहेंगे। समारोह में मध्यप्रदेश राज्य रूपंकर कला पुरस्कार प्रदान किए जायेंगे और समारोह स्थल पर कलाकारों की कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगेगी।

खुजराहो की भावभूमि पर बिखरेंगे कला-संस्कृति के रंग

संस्कृति विभाग उस्ताद अलाद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के साथ पर्यटन विभाग, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, वर्ल्ड डांस एलायंस एवं छतरपुर जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से समारोह किया जा रहा है। इस दौरान भारतीय नृत्य-शैलियों के सांस्कृतिक परिदृश्य एवं कला-यात्रा की प्रदर्शनी कथकली पर एकाग्र-नेपथ्य, भारत सहित विश्व के अन्य देशों की कला प्रदर्शनी आर्ट-मार्ट, भारत एवं 5 देशों के नृत्य कलाकारों द्वारा नृत्य की नई भाषा का संधान-कोरियो लैब-लय प्रवाह, कलाकार और कलाविदों का संवाद-कलावार्ता, वरिष्ठ चित्रकार श्रीमती शुभा वैद्य की कला अवदान पर एकाग्र प्रदर्शनी- प्रणति, देशज ज्ञान एवं परम्परा का मेला-हुनर के साथ टेराकोटा और सिरेमिक राष्ट्रीय प्रदर्शनी कार्यशाला-समष्टि जैसे प्रमुख आकर्षण होंगे।

इस बार भी नृत्य की तमाम शैलियां भारत के सांस्कृतिक वैभव को करेंगी प्रस्तुत

समारोह में इस बार भी भरत नाट्यम से लेकर कथक, कुचिपुड़ी तक तमाम नृत्य शैलियाँ भारत के सांस्कृतिक वैभव को प्रस्तुत करेंगी। देश-दुनिया के लोकप्रिय कलाकार नृत्य प्रस्तुतियाँ देंगे। खजुराहो नृत्य समारोह पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी पुरातन परंपरा का पालन करते हुए मंदिर प्रांगण की आभा बनेगा, जो भगवान की भक्ति और नृत्य का बेजोड़ संगम होगा।

पर्यटक ले सकेंगे साहसिक गतिविधियों का आनंद

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ कला प्रेमी और पर्यटक खजुराहो में साहसिक गतिविधियों का आनंद भी उठाएँगे। पर्यटक क्षेत्र विशेष की संस्कृति, धरोहर, परंपराओं, रीति-रिवाजों और खान-पान से रूबरू हो सकेंगे। उत्सव में ग्लैंपिंग, विलेज टूर, वॉक विद पारधी, ई-बाइक टूर, सेग-वे टूर, वाटर एडवेंचर जैसी रोमांचक गतिविधियों का मजा लिया जा सकेंगा। साथ ही पर्यटक स्थानीय संस्कृति, कला और स्थानीय बुंदेली व्यंजनों के स्वाद का भी लुत्फ उठाएंगे।

शास्त्रीय नृत्य शैलियों पर केंद्रित देश का शीर्षस्थ समारोह

भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों पर केन्द्रित यह देश का शीर्षस्थ समारोह है, जो राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त है। समारोह में सभी दर्शकों का प्रवेश निःशुल्क रहेगा। समारोह का सीधा प्रसारण संस्कृति विभाग के यूट्यूब चैनल एवं खजुराहो डांस फेस्टिवल के फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल पर किया जाएगा।

21 फरवरी – श्रीलक्ष्मी गोवर्धनन- कुचिपुड़ी, मैथिल देविका, धनूप पी.के एवं अर्जुन कुलथिंगल की त्रयी मोहिनी अट्टम नृत्य, वैभव आरेकर एवं साथी भरत नाट्यम।

22 फरवरी – प्रतीशा सुरेश- सत्रिया नृत्य, हिमांशी कटरगड्डा एवं आरती नायर- भरतनाट्यम एवं कुचिपुड़ी जुगलबंदी, कदम्ब सेंटर फॉर डांस- कथक नृत्य।

23 फरवरी – रामली इब्राहिम व साथी ओडिसी नृत्य, संजुक्ता सिन्हा- एकल कथक प्रस्तुति, तेजस्वनी साठे व साथी समूह कथक प्रस्तुति।

24 फरवरी – आकाश मलिक एवं रुद्र प्रसाद राय का कथकली, शाश्वती गराई घोष- ओडिसी एवं बाला विश्वनाथ, प्रफुल्ल सिंह गेहलोत- भरत नाट्यम-कथक नृत्य की जुगलबंदी।

25 फरवरी – जननी मुरली का भरतनाट्यम, वैजयंती काशी एवं साथी का कुचिपुड़ी समूह नृत्य, निवेदिता पंड्या एवं सौम्य बोस की कथक ओडिसी जुगलबंदी, गजेन्द्र कुमार पंडा-त्रिधारा का ओडिसी समूह नृत्य।

26 फरवरी –  गोपिका वर्मा का मोहिनी अट्टम, अरूपा लाहिरी व साथी मोहिनी अट्टम-कथक, ओडिसी व भरतनाट्यम की त्रिगुलबंदी, पुष्पिता मिश्रा एवं साथी का ओडिसी समूह नृत्य होगा।

 

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