नई दिल्ली

मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने से हुआ जहांगीरपुरी में दंगा, कमिश्नर ने बताया सच, अबतक 23 मुस्लिम गिरफ्तार ….

नई दिल्ली। दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुए दंगे को लेकर पुलिस कमीश्नर राकेश अस्थाना ने सोमवार को विस्तार ने जानकारी दी। राकेश अस्थाना ने इस सिद्धांत को खारिज कर दिया कि इलाके की एक मस्जिद में भगवा झंडे लगाए जाने के बाद हिंसा हुई। उन्होंने कहा, “एक मामूली तर्क (समूहों के बीच) जहांगीरपुरी में हिंसा का कारण बना। मस्जिद में भगवा झंडे लगाने की थ्योरी पूरी तरह से निराधार है।”

उन्होंने कहा कि शोभायात्रा के पिछले हिस्से में जो लोग मौजूद थे, उनके साथ वहां पर खड़े लोगों के साथ टकराव हुआ और पथराव शुरू हुए। अस्थाना ने बताया कि 9 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 8 पुलिस अधिकारी हैं। मामले में अबतक 23 मुस्लिमों को गिरफ्तार हुए हैं। सोशल मीडिया की वीडियो फूटेज की जांच की जा रही है।

दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जनता अफवाहों पर ध्यान न दें।

राकेश अस्थाना ने कहा कि अमन कमिटी के साथ मिलकर संवेदनशीन इलाकों में शांति रखने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने साफ कर दिया कि किसी भी वर्ग, पंथ, समुदाय और धर्म के लोग अगर दोषी पाए गए खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

घटना की जांच के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस घटना के सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल मीडिया का विश्लेषण कर रही है। अस्थाना ने कहा, “सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल मीडिया की जांच की जा रहा है। फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की टीमों ने आज अपराध स्थल का दौरा किया है।”

वहीं, अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रवींद्र यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस अपराध शाखा और जिला पुलिस संयुक्त रूप से घटना की जांच कर रही है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हिंसा प्रभावित इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

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