नई दिल्ली

शिवांगी, अनुशा, अपर्णा, इशिता से ग्रेटीट्यूड और सहानुभूति पर देश भर के बच्चों ने पूछे सवाल …

एमजीडी गर्ल्स स्कूल और स्माईल फाउंडेशन का आयोजन

 

नई दिल्ली। विद्यालय ने इस मुहिम में पूरे भारत से हर वर्ग के बच्चों,युवा आदि को इन रोचक गतिविधियों में भाग लेने हेतु शामिल किया है Round Table Conference और ग्रेटीट्यूड एवं सहानुभूति पर प्रश्न पूछे।

कार्यक्रम के पैनलिस्ट शिवांगी तिवारी जो जानी मानी कवयित्री और गीतकार हैं, अनुशा शक्तावत रिसर्च एनालिस्ट है, अपर्णा गर्ग शेफ,है और इशिता अग्रवाल जो कि याता संस्था की फाउंडर हैं।पेनलिस्टस ने बताया कि कैसे उनके घर और स्कूल में उन्हें ग्रेटीट्यूड के मायने समझाए गए थे। उन्होंने बताया कि कैसे हम जिंदगी की छोटी -छोटी बातों को नजरंदाज कर देते हैं जबकि यही जिंदगी में सबसे महत्वपूर्ण होती हैं।

दूसरे दिन की राउंड टेबल टॉक के पैनलिस्ट डॉ भव्य सोनी (व्याख्याता एवं एंटरप्रेन्योर), श्रीमती शिखा सोनी (प्राचार्य एवं राज्य सलाहकार) हैं और श्रीमती अर्चना इस मनकोटिया जो (एमजीडी विद्यालय की प्राचार्य) थे।

छात्राओं द्वारा शिक्षा एवं करियर पर प्रश्न पूछे।

पैनलिस्ट ने बताया कि पहले करियर इतना आसान नहीं था। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी अध्यापिकाओं ने उनको लक्ष्य तक पहुंचने के लिये सदैव प्रेरित किया।

उन्होंने ये भी बताया कि जिस चीज में आपकी सबसे ज्यादा रुचि हो उसी में हमको आगे प्रयास करना चाहिए तभी हम अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकेंगे।

अंत में सभी पैनलिस्ट ने नई शिक्षा नीति के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई।  तीसरे दिन “ऑरेगॉमी वर्कशॉप “का आयोजन किया गया। वर्कशॉप विषय विशेषज्ञ नंदिता कूलवाल एवं सुहानी माथुर थे, विषय विशेषज्ञों ने ऑरेगॉमी से सन ग्लासेज एवं लिली का फूल एवं अन्य आकर्षक वस्तुएँ बनाना सिखाया।  चौथे दिन “उद्यमवृत्ति वर्कशॉप ” का आयोजन किया गया।

वर्कशॉप की विषय विशेषज्ञ शिप्रा शर्मा भूटानी (व्यवसायी) थी। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने उद्यमवृत्ति शुरू किया और उन्होंने ये भी बताया कि किस तरह संघर्ष करके उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया। हमें इस क्षेत्र में आने के लिए क्या-क्या करना चाहिए और किन-किन चीज़ों की ज़रुरत होती है।  पांचवें दिन “पोषण और कल्याण वर्कशॉप ” का आयोजन किया गया।

वर्कशॉप की विषय विशेषज्ञ राजवी गोयल (आहार विशेषज्ञ) थी। वह एक महत्वाकांक्षी मेडिकल छात्रा हैं और वह “सत्व वेदा” की संस्थापक भी हैं। वे एक प्रमाणित पोषण विशेषज्ञ होने के अलावा एक आहार विशेषज्ञ और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी हैं।

छठे दिन की कार्यशाला स्किन शीन और केयर पर थी रिसोर्स पर्सन दिव्यांशा और जहान्वी ने स्किन को स्वस्थ एवं चमकदार बनाने के लिए कई प्राकृतिक उत्पाद बनाने के नुस्खे सिखाए।

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