मध्य प्रदेशनई दिल्ली

बागेश्वर धाम के महंत पं. धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ अब एमपी की राजधानी भोपाल में लगे पोस्टर

अपने विवादास्पद बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले बागेश्वर सरकार से अब सहस्त्रबाहु कलचुरि समाज में आक्रोश

भोपाल। अपने प्रवचनों और बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले बागेश्वर धाम के महंत पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से अब कलचुरी समाज भी नाराज हो गया है। श्री सहस्त्रबाहु कलचुरि महासभा ने बागेश्वर सरकार के खिलाफ एमपी की राजधानी भोपाल में जगह-जगह पोस्टर लगाए हैं। दरअसल, धीरेंद्र शास्त्री द्वारा भगवान सहस्त्रबाहु को लेकर दिए एक आपत्तिजनक बयान को लेकर समाज नाराज है। आज शनिवार को शहर में जगह-जगह लगाए इन पोस्टरों में लिखा है कि भगवान सहस्त्रबाहु पर अभद्र टिप्पणी को लेकर धीरेंद्र शास्त्री माफी मांगें, अन्यथा हेट स्पीच के अंतर्गत उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

श्री सहस्त्रबाहु कलचुरि महासभा के पदाधिकारियों ने कहा है कि धीरेंद्र शास्त्री ने अपने बयान को लेकर दु:ख तो जताया है, लेकिन माफी नहीं मांगी है। उनका कहना है कि धीरेंद्र शास्त्री ने भगवान सहस्त्रबाहु के बारे में आपतिजनक टिप्पणी की है और वह पुराणों और शास्त्रों का हवाला दे रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने सोशल मीडिया पर खेद तो जताया है, लेकिन माफी नहीं मांगी है। बता दें कि कुछ समय पहले धीरेंद्र शास्त्री ने बागेश्वर धाम के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से वीडियो ट्वीट करते हुए अपने बयान पर खेद जताया था। उन्होंने कहा था कि ‘विगत कुछ दिनों से एक विषय संज्ञान में आया है। एक चर्चा के मध्य में मेरे द्वारा भगवान परशुराम जी एवं महाराज सहस्त्रबाहु अर्जुन जी के मध्य हुए युद्ध के विषय में जो भी कहा गया है, वह हमारे पवित्र हिंदू शास्त्रों में वर्णित आधार पर कहा गया है। हमारा उद्देश्य किसी भी समाज अथवा वर्ग की भावनाओं को आहत करने का नहीं था, न ही कभी होगा, क्योंकि हम तो सदैव सनातन की एकता के पक्षधर रहे हैं। फिर भी यदि हमारे किसी शब्द से किसी की भावना आहत हुई हो तो इसका हमें खेद है। हम सब हिंदू एक हैं, एक रहेंगे। हमारी एकता ही हमारी शक्ति है।’

बैतूल में टिप्पणी के विरोध में कलार समाज ने रैली निकालकर किया था विरोध

ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश के ही बैतूल में भी शुक्रवार को कलार समाज ने प्रदर्शन कर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। कलार समाज ने एक साथ 17 पुतले भी दहन किए थे। कथा वाचन के दौरान पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कलार समाज के आराध्य देव राज राजेश्वर सहस्त्रबाहु के खिलाफ टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी को लेकर कलार समाज में नाराजगी है। इसी के चलते कलार समाज के लोगों ने बैतूल जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था। इसी के साथ कलार समाज के अध्यक्ष मनोज आर्य ने रैली निकालकर बैतूल एसपी को ज्ञापन सौंपकर धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी। कलार समाज ने ज्ञापन में चेतावनी दी थी कि अगर एफआईआर नहीं हुई तो समाज उग्र आंदोलन करेगा।

यह कहा था बागेश्वर सरकार ने…

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि हैह्यवंश के सहस्त्रबाहु के लिए भगवान परशुराम ने फरसा उठाया था। हैह्यवंश का राजा बड़ा ही कुकर्मी, साधुओं पर अत्याचार करने वाला और स्त्रियों से दुष्कर्म करने वाला था। ऐसे अत्याचारी क्षत्रिय राजाओं के खिलाफ ही भगवान परशुराम ने फरसा उठाया था। उन्होंने कहा था कि शास्त्रों में कहा है कि साधु का काम ही दुष्टों को ठिकाने लगाते रहना है। इस वजह से उन्होंने हैह्यवंश के राजाओं को मारना प्रारंभ किया। शास्त्री ने कहा था कि भगवान परशुराम ने शास्त्र की मर्यादाओं का पालन करते हुए कभी न तो स्त्रियों पर फरसा उठाया और न बच्चों पर, लेकिन यह बच्चे जब बढ़े हुए तो उन्होंने पिता का बदलना लेने के लिए भगवान परशुराम पर आक्रमण किया। इसके बाद भगवान परशुराम ने उन अतताइयों का वध किया। इस तरह भगवान परशुराम ने 21 बार पृथ्वी को क्षत्रिय विहीन किया था।

Back to top button