छत्तीसगढ़

प्रदेश में कांग्रेस नेताओं को दी गई तमाम सुरक्षा का नए सिरे से रिव्यू

 रायपुर
 रायपुर के महापौर एजाज ढेबर की सुरक्षा हटा ली गई। कांग्रेस सरकार के वक्त महापौर ढेबर की सुरक्षा में तीन पुलिसकर्मी बतौर पर्सनल सिक्योरिटी आफिसर (पीएसओ) ड्यूटी पर लगाए गए थे। ये सार्वजनिक कार्यक्रमों में महापौर के साथ ही हुआ करते थे। अब इन्हें हटा लिया गया है। आमतौर पर रायपुर के महापौर को पुलिस सुरक्षाकर्मी दिए जाते रहे हैं, मगर इस बार सरकार बदलते ही अचानक ढेबर की सिक्योरिटी को हटा लिया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक सिर्फ एक पुलिसकर्मी को महापौर के साथ रखा गया है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेताओं को दी गई तमाम सुरक्षा का नए सिरे से रिव्यू पुलिस विभाग कर रहा है। जहां जरूरत नहीं, वहां से सुरक्षा हटाने का काम शुरू किया जा चुका है। महापौर समेत रायपुर के पूर्व विधायक कांग्रेस नेताओं की सुरक्षा को भी रिव्यू किया गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी नेताओं की सिक्योरिटी को भी हटाया जा सकता है।

महापौर ढेबर ने कहा-यह गलत परंपरा है

महापौर एजाज ढेबर ने तीन सुरक्षाकर्मियों को हटाने पर नईदुनिया से चर्चा करते हुए कहा कि यह गलत परंपरा है। मेरा मानना है राजनीति से प्रेरित होकर चार में से तीन पीएसओ को अचानक, बिना कोई जानकारी दिए हटा दिया गया। शहर का प्रथम नागरिक होने के नाते सुरक्षा मिलनी चाहिए, क्योंकि शहर में मुझे भ्रमण करना पड़ता है। इससे पहले के सभी महापौरों को सुरक्षा दी गई थी। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन जरूर हुआ है, पर शहर(नगर निगम) में तो कोई परिवर्तन नहीं हुआ है? फिर भी सुरक्षा हटा दी गई।

इस संबंध में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, गृहमंत्री से मिलकर बात करूंगा। गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार के वक्त महापौर ढेबर की सुरक्षा में तीन पुलिसकर्मी बतौर पर्सनल सिक्योरिटी आफिसर ड्यूटी पर लगाए गए थे। ये सार्वजनिक कार्यक्रमों में महापौर के साथ ही हुआ करते थे। इनमें से तीन को हटा लिया गया। अब केवल एक ही सुरक्षाकर्मी महापौर के साथ रहेंगे।

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