कोरबाछत्तीसगढ़

जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडे के नेतृत्व में शिक्षा क्रांति का शुभारंभ …

कोरबा । विकासखंड कोरबा के क्लस्टर 4 एवं 5 के शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं प्राचार्यों की कार्यशाला शासकीय साडा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरबा में जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडे के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स सेवन राठौर, एमपी पटेल, राकेश टंडन, प्रभा साव द्वारा निश्चय उन्मुखीकरण कार्यक्रम प्रदान किया गया।

जनभागीदारी समिति के अध्यक्षों तथा श्रीमती अनीता ओहरी प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल बुंदेली के द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की गई। प्रशिक्षक सेवन राठौर ने प्रशिक्षण निश्चय की अवधारणा को स्पष्ट करते हुए प्राचार्य तथा जनभागीदारी समिति के अध्यक्षों के बीच समन्वय कैसे स्थापित हो के बारे में जानकारी प्रदान की।

उन्होंने जनभागीदारी समिति के सदस्य एवं उसके अध्यक्ष द्वारा विद्यालय एवं विद्यार्थियों के विकास के योगदान में भूमिका पर प्रकाश डालते हुए परिचर्चा किया। प्रशिक्षक एमपी पटेल द्वारा विद्यालय की अधोसंरचना के विकास में जनभागीदारी समिति की भूमिका, विद्यालय की विभिन्न मद की जानकारी, उपयोगिता एवं अधिकार के बारे में बताया।

प्रशिक्षक नोहर चंद्रा द्वारा किस तरह से उनके विद्यालय के विकास में ग्रामीणों तथा जनभागीदारी समिति की विशेष योगदान रही उसके बारे में जानकारी प्रदान की गई। शासकीय हाई स्कूल के व्याख्याता एवं प्रशिक्षक प्रभा साव द्वारा लीडरशिप, विद्यालय में विभिन्न समितियां, खनिज न्यास से शाला के अधोसंरचना विकास से संबंधित संपूर्ण जानकारी, प्राचार्य तथा जनभागीदारी समिति की सदस्यों की व्यवहार में सकारात्मक विचार एवं परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया गया।

उन्होंने बताया कि बालिका शिक्षा के विकास के लिए जनभागीदारी के समिति के सदस्यों तथा अध्यक्ष को आगे आकर उन्हें प्रेरित करना चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्र तथा शहरी क्षेत्र के गरीब परिवार के बालिकाओं की शिक्षा बाधित न हो। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा के व्याख्याता राकेश टंडन ने विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास एवं विद्यालय अधोसंरचना के विकास में जनभागीदारी समिति के सदस्यों, शिक्षकों प्राचार्य एवं अध्यक्षों की योगदान संबंधित जानकारी प्रदान किया गया। उनके द्वारा बताया गया है कि किस तरह उनके विद्यालय में सामुदायिक सहभागिता के अंतर्गत एनटीपीसी द्वारा विविध कार्य किए गए जिसमें विद्यालय के जनभागीदारी अध्यक्ष की विशेष भूमिका रही।

व्याख्याता राकेश टंडन ने बताया कि गांव में बच्चों के शैक्षिक विकास के लिए प्रत्येक मोहल्ला में 12वीं पास छात्र-छात्राओं की टीम बनाकर छोटे बच्चों के शैक्षणिक विकास में योगदान दिया जा सकता है। विद्यालय में समावेशी शिक्षा के अंतर्गत दिव्यांग छात्र छात्राओं के अंतर्निहित गुणों के विकास में शिक्षकों तथा समुदाय की सहयोग से विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास किया जा सकता।

शासकीय हाई स्कूल बुंदेली की प्राचार्य श्रीमती अनीता ओहरी ने छात्र-छात्राओं के संस्कार कथा संज्ञानात्मक विकास में माता-पिता, समाज तथा शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। शासकीय हाई स्कूल जेपी कॉलोनी के प्राचार्य श्रीमती व्हीए दास द्वारा विद्यार्थियों की विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए के जनभागीदारी समिति के सदस्यों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।

हाईस्कूल कथरीमाल के जनभागीदारी अध्यक्ष जीवनलाल राजवाड़े ने बताया कि किस तरह से उनके द्वारा विद्यालय के विकास में योगदान प्रदान किया जा रहा है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरकोमा के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष धर्मराज अग्रवाल द्वारा संस्था के प्राचार्य श्रीमती एस. कच्छ्प एवं जनभागीदारी समिति के समस्त सदस्य तथा ग्रामीणों के साथ मिलकर विद्यालय के विकास में योगदान के लिए सहयोग प्रदान की बात कही।

कार्यक्रम में प्राचार्य श्रीमती पुष्पा श्रीवास, श्रीमती अनिमा प्रसाद, श्रीमती एस. कच्छप, श्रीमती प्रेमलता खांडे, श्रीमती मंजुला दुबे, जितेंद्र साहू, डीआर रत्नाकर, एसआरखरे, सीएल सारथी, एनआर पाटले, डीएस कंवर, एसपी कश्यप, पीएन अनंत, आर. कश्यप, एनके डहरिया, श्रीमती नीता चक्रवर्ती, एमके गभेल, एसएन गुप्ता, वीआर राठिया, श्रीमती अनीता ओवरी, श्रीमती व्हीडी दास तथा जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष रामदुलारी कश्यप, पंचराम राठिया, हरीश राठौर, कोमल पटेल, महेश्वर दास महंत, परमेश्वर बंजारा, मकसूद अली, कौशल श्रीवास, धर्मराज अग्रवाल, रेवाराम चंद्रवंशी, अनिल कुमार पटेल, श्रीमती लता मरकाम, सरवन सिंह कंवर, नर्मदा शंकर राजवाड़े, जीवन लाल रजवाड़े, गोपी सारथी, गजेंद्र यादव, महेश्वर दास उपस्थित थे।

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