राजस्थान

एसीबी ने राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य मंजू शर्मा से की पूछताछ

अजमेर/जयपुर.

राजस्थान में पेपर लीक और भर्ती में हुए फर्जीवाड़े के मामलों में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) लगातार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के निशाने पर है। बुधवार को एसीबी की टीम अजमेर में आरपीएससी की सदस्य मंजू शर्मा से पूछताछ के लिए आरपीएससी पहुंची और पेपर लीक मामले में जानकारी जुटाई। इससे एक दिन पहले मंगलवार को आरपीएससी में शासन सचिव निरंजन आर्य की पत्नी संगीता आर्य से भी पूछताछ की गई थी।

जानकारी के मुताबिक, राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) अजमेर में बुधवार सुबह करीब 11 बजे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जयपुर की टीम पहुंची। एसीबी टीम ने प्रख्यात कवि कुमार विश्वास की पत्नी आरपीएससी मेंबर मंजू शर्मा से करीब दो घंटे तक पूछताछ की।
मंगलवार को पूर्व सीएस की पत्नी से भी हुई थी पूछताछ इससे पहले मंगलवार को पूर्व सीएस की पत्नी से भी पूछताछ की गई थी। एसीबी टीम ने मेंबर डॉ. संगीता आर्य के घर पर पहुंचकर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (EO) भर्ती और कांग्रेस नेता गोपाल केसावत के बारे में पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान आरपीएससी सदस्य संगीता आर्य के पति रिटायर्ड आईएएस निरंजन आर्य भी मौजूद थे।

इस मामले में चार आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
जयपुर एसीबी की टीम एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ के निर्देशन में अजमेर पहुंची थी। एसीबी टीम दो घंटे पूछताछ के बाद आरपीएससी से रवाना हुई। बाहर आने के बाद एडिशनल एसपी सुरेंद्र राठौर ने मीडिया से बात कर कहा कि जयपुर एसीबी में शिकायतकर्ता विकास ने ईओ भर्ती में आयोग सदस्य मंजू शर्मा और संगीता आर्य के नाम से रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी। मामले में पहले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस भर्ती को लेकर आरपीएससी मेंबर मंजू शर्मा से भी पूछताछ की गई है। मामले में हर बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जांच जारी है। इस मामले में अन्य लोगों से भी पूछताछ की जाएगी।

यह शिकायत मिली थी
एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि सीकर एसीबी को दो परिवादियों की ओर से सात जुलाई 2023 को शिकायत दी गई थी। शिकायत में बताया था कि दो अभ्यर्थियों को EO भर्ती मेरिट में लाने के लिए आरोपी अनिल कुमार ने 40-40 लाख रुपये मांगे। इसमें 25 लाख रुपये पहले और बचे 15 लाख रुपये काम होने के बाद देने की बात कही गई। दलालों और पीड़ितों के बीच 25 लाख रुपये में बात बनी। शिकायत सही पाए जाने के बाद सीकर टीम के साथ जयपुर की टीम भी सक्रिय हो गई।

यह है पूरा मामला
एसीबी ने 18.50 लाख रुपये रिश्वत लेते सीकर में दलाल अनिल कुमार और ब्रह्मप्रकाश को रंगे हाथों पकड़ा था। गोपाल केसावत को भी पैसे पहुंचने थे। पीड़ित ने अन्य दलाल रवींद्र शर्मा को 7.50 लाख रुपये निकालकर दिए। वह 15 जुलाई को जयपुर के प्रताप नगर स्थित केसावत के घर ये रुपये देने पहुंचा था। ऐसे में दोनों को एसीबी ने पकड़ लिया। एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि विकास कुमार ने मुकदमा दर्ज करवाया था। शिकायतकर्ता की ओर से EO एग्जाम दिया गया था। इसी मामले में दोनों आरपीएससी मेंबर से पूछताछ की जा रही है।

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