लेखक की कलम से
ए जाते हुए साल….
ए जाते हुए साल !
पुराना सामान साथ लेता जा
मास्क..sanitizer..
खौफ के वो पल
हाथ मिलाने को बहुत मन करता है
अपने परायों को गले लगाने को मन करता है
बात बात में दोस्तों के कन्धे पर एक शरारती चपत लगाने को मन करता है
एक दूसरे की थाली से बिना झिझक खाने को मन करता है
बस, वादा कर ए नए साल
तू पिछले दो सालों को अतीत बना देगा
और आने वाले कल को धन्वंतरि का अमृत कलश ?
@सुदेश वत्स, बंगलुरु