कोरबा (गेंदलाल शुक्ल) । क्वारैंटाइन सेंटरों में की जा रही व्यवस्थाओं में आवश्यक सुधार करने तथा रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी अनावश्यक रूप से 14 दिनों तक क्वारैंटाइन सेंटर में न रखने के संबंध में पूर्व गृह मंत्री एवं रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है।
ननकीराम कंवर ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आ आने के बाद भी 14 दिनों तक क्वारैंटाइन सेंटर में रखकर अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। यदि वहां कोई कोरोना संक्रमित आ जाए जिनका रिपोर्ट नेगेटिव आया है वह भी संक्रमित हो सकते हैं तो क्या प्रशासन उसकी जिम्मेदारी लेगा ?
देखा जा रहा है कि क्वारैंटाइन सेंटर्स में आवश्यकता से अधिक प्रवासी लोगों को एक कमरे में रखा जा रहा है। जिससे लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं कर रहे हैं। अलग-अलग राज्यों से आए लोगों को प्रशासन द्वारा एक ही कमरे में रखा जाता है। जबकि क्वारैंटाइन सेंटर्स में कमरों के साथ अलग-अलग शौचालय ना होने के कारण एक ही शौचालय का कई लोग उपयोग करते हैं। जिससे यदि कोई एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जा रहा है तो वहां रुके अलग-अलग राज्यों से आए अन्य लोगों के भी कोरोना संक्रमित होने की भी आशंका है।
श्री कंवर ने लिखा है कि प्रशासन द्वारा होटलों में पेड क्वारैंटाइन की जब व्यवस्था की जा सकती है तो गरीब व मध्यम वर्ग को परिस्थिति के अनुरूप होम क्वारैंटाइन की सुविधा क्यों नहीं दी जा सकती ?