निर्मला देशपांडे की पत्रिका नित्यनूतन को फिर से प्रकाशित करने का उठाया बीड़ा महिला दिवस पर महिला समूह ने
प्रसिद्ध गाँधीवादी चिंतक संत विनोबा भावे की मानस पुत्री व पूर्व सांसद स्व. दीदी निर्मला देशपांडे ने सर्वोदय-रचनात्मक विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए वर्ष 1985 में एक पाक्षिक पत्र नित्यनूतन की शुरुआत की थी जो वर्ष 2008 तक उनकी मृत्युपर्यन्त जारी रहा। उनके जाने के बाद हम कुछ साथियों ने इसे जारी रखने की कोशिश की परन्तु वह भी 2017 तक ही सफल हो सकी। अब पुनः इसे प्रकाशित करने की कोशिश की गई है।
8 मार्च, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर निर्मला देशपांडे संस्थान, पानीपत में एक विशेष समारोह में लगभग 100 महिलाओं ने इस बार के मार्च -2020 अंक का विमोचन किया।
इस बार का अंक कुल 36 पृष्ठों का अंक है जिसमें लगभग 18 पृष्ठों में अमेरिका की एक गांधी सेवक दिव्या आर. नायर द्वारा The Legacy Of Gandhi पर उनके स्वलिखित व संकलित लेख अंग्रेज़ी में है तथा अन्य पृष्ठों पर हिंदी में लेख है। पूरा अंक अनेक सुंदर चित्रों से सुसज्जित है।
सभी सुधी पाठकों से प्रार्थना है कि वे इसे प्रोत्साहित करें ताकि स्व. दीदी निर्मला देशपांडे की इस विरासत को जीवित रखा जा सके। आपकी चाहत पर इसकी एक प्रति भेजी जा सकती है। इस बात की जानकारी राम मोहन राय ने दी।