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उपचुनाव से पहले बीजेपी के संकटमोचक क्यों दूर हो गए ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ से …

भोपाल (सुरभि शर्मा) । मध्य प्रदेश में जल्द ही उपचुनाव होने वाले हैं। बीजेपी और कॉंग्रेस पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई हैं। सरकार बदलने के बाद सबसे ज्यादा सिंधिया समर्थकों की सीटों पर उपचुनाव होना है। प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर संगठन के पदाधिकारी पूरी ताकत के साथ मैदान में आ गये है तो पूर्व सीएम कमलनाथ सहित कांग्रेस की एक टीम ग्वालियर चंबल में केम्प किये हुए है। पर इस पूरी कवायद में ग्वालियर क्षेत्र से आने वाले और बीजेपी का संकटमोचक नरोत्तम मिश्रा कही गायब दिखाई दे रहे हैं। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा सत्ता परिवर्तन समय भी बहुत सक्रिय थे पर आजकल वह ग्वालियर-चंबल से दूर दूर नजर आ रहे हैं।

नरोत्तम मिश्रा ने ग्वालियर अंचल में सत्त बदलने के साथ ही सबसे पहले बीजेपी के नाराज नेताओं को मनाने की शुरुआत की थी वह सबसे पहले पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा से मिलने पहुंचे थे इसके साथ ही कई बड़े नेताओं की नाराजगी को लेकर मनाने का दौर चला पर अब नरोत्तम दूर हैं और बीजेपी के दूसरे दिग्गजों ने उपचुनाव के लिए ग्वालियर चंबल में मोर्चा संभाल लिया है। अब राजनीतिक गलियारों में सुगबुगाहट है कि नरोत्तम मिश्रा उप चुनाव से खुद दूर हो गए हैं, या जान बूझकर उन्हें वहां दूर कर दिया गया है। फिलहाल ग्वालियर-चंबल में 16 सीटों पर उपचुनाव हैं। ऐसे में उनका दूर होना कई सवाल भी खड़ा कर रहा है। हालांकि पार्टी के दिग्गज नेता और खुद नरोत्तम मिश्रा इन खबरों का खंडन कर देते हैं।

   सिंधिया की बगावत में सक्रिय   

कांग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगावत के दौरान दिल्ली से लेकर भोपाल तक शिवराज सिंह चौहान के साथ सबसे ज्यादा एक्टिव नरोत्तम मिश्रा ही थे। सरकार बनने के बाद ग्वालियर-चंबल के कुछ दिग्गज नेता नाराज चल रहे थे। नरोत्तम लगातार उनके दरवाजे पर दस्तक दे रहे थे। गृह मंत्री बनने के बाद वह हर सप्ताह ग्वालियर-चंबल संभाग के दौरे पर जाते थे। ग्वालियर में जयभान सिंह पवैयर, अनूप मिश्रा, लाल सिंह आर्य, माया सिंह समेत कई दिग्गज नेताओं से मुलाकात की थी। ये सारी कवायदें उपचुनाव के लिए ही थी।

  सिंधिया के दौरे से गायब  

बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार ग्वालियर पहुंचे थे। बीजेपी ने वहां मेगा शो का आयोजन किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत बीजेपी के सभी बड़े नेता सिंधिया की बीजेपी नेता के रूप में लॉन्चिंग के लिए ग्वालियर पहुंचे लेकिन नरोत्तम मिश्रा कहीं नहीं दिखे, वो भी तब जब वह इसी क्षेत्र से आते हैं। इसी के बाद से सवाल खड़े होने लगे हैं।

  नरेंद्र तोमर आगे आये   

बीजेपी के पूरे घटनाक्रम में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर आगे आ गये और नरोत्तम मिश्रा गायब हो गए हैं। ग्वालियर-चंबल से जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र से नरोत्तम का दूर रहना किसी को पच नहीं रहा है। अब इस इलाके में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एक्टिव हुए हैं। दोनों नेता लगातार हर विधानसभा क्षेत्रों में जाकर नेताओं से मिल रहे हैं। साथ ही रूठे लोगों को मनाने की कोशिश भी कर रहे हैं। क्योंकि यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ-साथ बीजेपी की प्रतिष्ठा भी जुड़ी हुई है।

  बैलेंस बनाने की कोशिश  

गलियारों में चर्चा यह भी है कि उस ग्वालियर चंबल में पावर बैलेंस की कवायद की जा रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी पूरे एमपी में सबसे ज्यादा प्रभाव ग्वालियर-चंबल में ही हैं। वहीं, नरेंद्र सिंह तोमर का भी क्षेत्र ग्वालियर चंबल ही है और नरोत्तम मिश्रा का भी दबदबा इसी इलाके में है। एसे में नरोत्तम मिश्रा को इस अंचल से दूर रखा जा रहा है। और इसको लेकर कांग्रेस के एक नेता का बयान भी सामने आ चुका है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इन सारे आरोपों को खारिज करते हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी जिसे जो काम सौंपती है, वह काम वो करता है।

  नरोत्तम की सफाई  

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की ग्वालियर चंबल से दूरी की चर्चा लगातार सुर्खियों में है। और प्रदेश अध्यक्ष की सफाई के बाद आखिरकार नरोत्तम मिश्रा ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मैं तभी सक्रिय था और आज भी सक्रिय हूं। उन्होंने कहा है कि मैं उस कार्यक्रम में भी हजारों-हजार कार्यकर्ताओं के बीच में था। पार्टी जहां भेजती है, वहां मैं जाता हूं। दतिया भी मैं पार्टी से पूछ कर गया हूं और पार्टी को बता कर गया हूं। कार्यकर्ताओं के बीच में ही दिन भर रहा हूं। इसे किसी और चीज से नहीं जोड़े, पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं।

 

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